Edited By Saurabh Pal, Updated: 05 Jul, 2023 07:43 PM

सतलुज-यमुना लिंक विवाद को लेकर हिमाचल के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू का कहना है कि पानी देना पुण्य का कार्य है और हरियाणा भी हमारा भाई है। उन्होंने कहा हम सतलुज का पानी सीधे हरियाणा तक पहुंचने के लिए रास्ता देने को तैयार हैं। यह परियोजना धरातल पर भी...
चंडीगढ़ः सतलुज जल विवाद को लेकर हिमाचल के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू का कहना है कि पानी देना पुण्य का कार्य है और हरियाणा भी हमारा भाई है। उन्होंने कहा हम सतलुज का पानी सीधे हरियाणा तक पहुंचने के लिए रास्ता देने को तैयार हैं। यह परियोजना धरातल पर भी व्यावहारिक है। इसके साथ ही सीएम सुक्खू ने बताया कि इस विषय में मैंने प्रदेश के अधिकारियों से भी बात कर ली है। हरियाणा सरकार के अधिकारी अपना प्रोजेक्ट लेकर आएं और बात को आगे बढ़ाएं।
सीएम ने कहा कि शानन प्रोजेक्ट हासिल करने, चंडीगढ़ में 7.19 फीसदी हिस्सेदारी और हिमाचल में चल रही विद्युत परियोजनाओं पर वाटर सेस लगाने को लेकर हिमाचल सरकार अपने रुख पर कायम है। यह हमारा हक है और हम इन्हें हासिल करेंगे। इसके अलावा सुक्खू ने कहा कि पंजाब हमारा बड़ा भाई है। पंजाब शानन पावर प्रोजेक्ट हिमाचल को सौंपकर अपना हक अदा करे। हिमाचल भी छोटा भाई होने के नाते पंजाब से अपील करेगा कि वह हमारा हक कानूनी रूप और नियमों के तहत हमें सौंप दें।
चंडीगढ़ पर अपने दावे को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंद्र ने कहा कि कृषि मंत्री चंद्र कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी बनाई गई है। इसमें उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और बिजली विभाग के सचिव को सदस्य बनाया गया है।
इस कमेटी की रिपोर्ट के बाद हिमाचल कानूनी रूप से चंडीगढ़ की जमीन पर 7.19 % हिस्सेदारी का दावा ठोकेगा। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) से ४ हजार करोड़ रुपये की रॉयल्टी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए भी हम पूरा प्रयास कर रहे हैं। सब कमेटी इसके लिए भी सुझाव देगी और उसी रिपोर्ट के आधार पर आगे बढ़ा जाएगा। सुक्खू ने कहा कि वाटर सेस का पंजाब और हरियाणा को विरोध नहीं करना चाहिए, क्योंकि हिमाचल सरकार की ओर से पंजाब और हरियाणा में आ रहे पानी पर सेस नहीं लगाया गया है।
इस दौरान हिमाचल के सीएम ने कहा कि प्रदेश में जहां पानी रोककर बिजली बनाई जा रही है। वहां पर सेस लगाया गया है। इसको लेकर जल्द कमेटी गठित की जाएगी और उसके बाद सेस लागू होगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना ठीक नहीं है। हिमाचल की काफी समय से माली हालत ठीक नहीं है। हमारे पास सिर्फ पानी ही है, अच्छी आय के लिए जो भी संभव होगा, वह किया जाएगा।
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