Edited By Isha, Updated: 04 Aug, 2024 11:25 AM
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले एक और वर्ग सूबे की नायब सैनी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। शनिवार को रोहतक के पीडब्ल्यूडी बीएंडआर कार्यालय में क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी (CAWS) की एक बैठक बुलाई गई थी
रोहतकः हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले एक और वर्ग सूबे की नायब सैनी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। शनिवार को रोहतक के पीडब्ल्यूडी बीएंडआर कार्यालय में क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी (CAWS) की एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें क्लर्कों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। राज्य प्रधान बलजीत जून ने कहा कि 12 अगस्त से 3 दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है। यह हड़ताल 14 अगस्त तक चलेगी। यदि इस तारीख तक मांगे पूरी नहीं हुई, तो फिर प्रदेशभर के क्लेरिकल स्टाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
CAWS के राज्य प्रधान बलजीत जून ने नायब सैनी सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 28 जुलाई के विरोध- प्रदर्शन को टालने के लिए सरकार ने 5 अगस्त तक बातचीत करके समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक कदम नहीं उठाए गए हैं। इसलिए हमने फिर से हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। यदि 5 अगस्त तक मांगे पूरी नहीं हुई तो 6 अगस्त को प्रदेश के हर जिले में प्रदर्शन किया जाएगा।
बता दें कि गत वर्ष भी 42 दिन तक क्लर्क हड़ताल पर रहे थे जिसके चलते लोगों को तहसील कार्यालय से संबंधित कार्यों के लिए खासी परेशानी झेलनी पड़ी थी. 42 दिन की हड़ताल के बाद सरकार ने बातचीत करते हुए कमेटी गठित कर इनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था. क्लेरिकल स्टाफ एसोसिएशन की मांग है कि उनका बेसिक- पे 35,400 रूपए किया जाएं।