Edited By Manisha rana, Updated: 05 Feb, 2025 09:38 AM
जींद जिले में कैंसर तेजी से पैर पसार रहा है। इसका मुख्य कारण धूम्रपान है।
जींद : जींद जिले में कैंसर तेजी से पैर पसार रहा है। इसका मुख्य कारण धूम्रपान है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो इसमें सबसे ज्यादा मरीज मुंह और गले के कैंसर के हैं। अब तक जिले में 3474 लोग कैंसर से ग्रस्त मिल चुके हैं। इस साल 382 मरीज कैंसर के मिल चुके हैं।
तंबाकू, बीड़ी गले के कैंसर के मुख्य कारण
सिविल अस्पताल के वरिष्ठ दंत सर्जन डॉ. रमेश पांचाल के अनुसार युवाओं में बढ़ रही हुक्के की लत और बीड़ी, सिगरेट के कारण गले के कैंसर का खतरा ज्यादा हो गया है। स्वास्थ्य विभाग का तर्क है कि तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और हुक्का गले के कैंसर के मुख्य कारण हैं, तो वहीं महिलाएं स्तन के कैंसर की ज्यादा शिकार हैं। हालांकि फसलों में कीटनाशक का ज्यादा छिड़काव भी कुछ हद तक कैंसर का कारण बना रहा है। साल 2016 में सिविल अस्पताल में कैंसर के मरीजों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू करवाई गई थी। कैंसर के मरीजों को नागरिक अस्पताल में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया वर्ष 2016 में शुरू हुई थी। विभाग के पास अब तक 3475 कैंसर के मरीज रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। रोडवेज बस पास के लिए इस साल 1042 कैंसर के मरीजों ने आवेदन किया है। इसमें से 660 पुराने मरीज और 382 नए कैंसर के मरीजों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। तीसरी और चौथी स्टेज के कैंसर के 372 मरीज पैंशन ले रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के पास उन्हीं मरीजों का आंकड़ा है, जो सरकारी योजना के लिए आवेदन कर रहे हैं।
ज्यादा फ्लोराइड वाले पानी से बढ़ रहे मरीज
जिले के जिन गांवों में भूमिगत पेयजल का प्रयोग हो रहा है, वहां पर कैंसर के मरीजों की संख्या ज्यादा है। अधिकतर गांवों में पेयजल में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा है, लेकिन मजबूरी में लोग इस पानी को पीने के आदी हो चुके हैं। जो इनकी सेहत पर भारी पड़ रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नागरिक अस्पताल में फ्लोराइड लैब लगाई गई हैं। जहां पर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की जांच कर रही हैं। अब तक विभाग ऐसे 2 दर्जन से अधिक गांवों की पहचान कर चुके हैं, जहां पर पेयजल में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा मिली है। उन्हीं गांवों में कैंसर के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। इसके पीछे विभाग पेयजल को भी कैंसर का कारण मान रहा है।
जिले में तेजी से बढ़ रही नशे की लत
जिले में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है। युवा वर्ग हुक्का गुड़गुड़ाते हुए देखा जा सकता है। शहर हो या गांव, युवाओं की टोलियां हुक्के के कश लगा रही हैं। वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. रमेश पांचाल के अनुसार हुक्के से भी कैंसर होता है। युवाओं को धूम्रपान करने से बचना चाहिए। चाहे बीड़ी हो या सिगरेट या हुक्का, हर प्रकार का नशा खतरनाक है। हुक्का या बीड़ी-सिगरेट पीने वालों से उस समय दूर रहना चाहिए, जब वे हुक्का, बीड़ी या सिगरेट पी रहे हैं। धूम्रपान नहीं करने वालों को इससे ज्यादा नुक्सान होता है।
कैंसर के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वह बीड़ी, सिगरेट, गुटखा सहित ऐसी वस्तुओं का सेवन नहीं करें, जिनसे कैंसर होता है। महिलाओं में भी स्तन कैंसर के मामले बढ़े हैं। सभी को जागरूक होना होगा और समय पर इलाज करना होगा। कैंसर के मरीजों के लिए सरकार की तरफ से फ्री बस पास की सुविधा दी गई है। तीसरी और चौथी स्टेज के कैंसर के मरीजों को सरकार की तरफ से पैंशन भी दी जा रही है।
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