Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 23 Mar, 2023 11:36 PM
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार डॉ आंबेडकर फाउंडेशन में सदस्य रहे सूरजभान कटारिया ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से आज प्रातः राष्ट्रपति भवन दिल्ली...
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार डॉ आंबेडकर फाउंडेशन में सदस्य रहे सूरजभान कटारिया ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से आज प्रातः राष्ट्रपति भवन दिल्ली में मुलाकात करके आगामी 26 नवंबर को विज्ञान भवन दिल्ली आयोजित होने वाले संविधान दिवस महोत्सव 2023 में मुख्य अतिथि के रूप में रहने का निमंत्रण दिया।
जिसे राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया! संविधान सम्मान समारोह के आयोजन के लिए नवगठित ''संविधान दिवस सम्मान समिति'' में संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सत्यनारायण जटिया, अध्यक्ष सूरजभान कटारिया, संयोजक डॉ आर एस कुरील कुलपति, महामंत्री देवीदयाल गौतम के नेतृत्व में गए शिष्टमंडल के साथ द्रौपदी मुर्मू को भारतीय संविधान की प्रति तथा उनका एक चित्र और अंगवस्त्र भी भेंट किया। सूरजभान कटारिया ने इसके पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया की भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को बना और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इस वर्ष 26 नवंबर 2023 में यह 74वा वर्ष पूरे करके 75 में वर्ष में प्रवेश करेगा। कटारिया ने बताया की हमारे देश में स्वन्त्रता दिवस 15 अगस्त और गणतंत्र दिवस 26 जनव री के बाद तीसरे राष्ट्रीय उत्सव 26 नवंबर को संविधान दिवस की महत्वता को देश के सम्मानित प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2015 वर्ष में संसद के दोनों सदनों में भव्य आयोजन कर आरम्भ की है जो की हम सभी के गौरव का विषय है मौजूदा केंद्र सरकार ने सविधान दिवस महोत्सव 26 नवंबर को देश भर में मनाने की परंपरा को आगे बढ़ाया है। उन्होंने बताया की हमारे देश का संविधान दिवस हम सभी को हमारे मौलिक अधिकारों के साथ देश की एकता अखंडता को कायम रखने की प्रेरणा देता है।
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