Edited By Isha, Updated: 14 Jul, 2023 07:57 AM

इंटरनेशनल पहलवान विनेश फोगाट को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने ठिकाने पर न मिलने पर नोटिस जारी किया है। जिस समय टीम मे विनेश फोगाट के घर पहुंची तो उन्हें वह नहीं मिली। कहा जा रहा है कि अधिकारी ने उनसे फोन पर संपर्क का प्रयास किया तो संपर्क नहीं...
सोनीपत: इंटरनेशनल पहलवान विनेश फोगाट को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने ठिकाने पर न मिलने पर नोटिस जारी किया है। जिस समय टीम मे विनेश फोगाट के घर पहुंची तो उन्हें वह नहीं मिली। कहा जा रहा है कि अधिकारी ने उनसे फोन पर संपर्क का प्रयास किया तो संपर्क नहीं हुआ। अधिकारी ने इंतजार के बाद उनके पति पहलवान सोमवीर राठी से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, "डोप नियंत्रण अधिकारी (DCO) ने 27 जून को सोनीपत में प्रताप कॉलोनी के पते का दौरा किया, लेकिन विनेश वहां नहीं मिलीं। वह फोन पर भी उपलब्ध नहीं थीं। विनेश आज यानी गुरुवार से बुडापेस्ट रैंकिंग सीरीज 2023 से प्रतिस्पर्धी कुश्ती में वापसी करेंगी। हंगरी में यह प्रतियोगिता 16 जुलाई को समाप्त होगी।
पति ने भी नहीं उठाया फोन
रिपोर्ट्स में बताया गया कि DCO ने उस वक्त पहुंचने की कोशिश में 40 मिनट से अधिक समय बिताया और उसके पति सोमवीर राठी को भी फोन किया, लेकिन उनकी और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। नाडा के परियोजना अधिकारी अंकुश गुप्ता ने विनेश से एडीआर के ठिकाने आवश्यकताओं का पालन करने में विफलता पर जवाब देने को कहा है।

इसलिए भेजा गया नोटिस
जो एथलीट रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल आरटीपी का हिस्सा है, उन्हें हर 3 महीने में अपने ठिकाने की जानकारी अपडेट करने के लिए एंटी डोपिंग एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग करना पड़ता है। जिसमें उन्हें अपना पता, ईमेल पता, फोन नंबर, कार्यसूची, प्रशिक्षण स्थल और कार्यक्रम शामिल करना होता है। नियम के उल्लंघन करने पर विजिट करने वाले अधिकारी अंकुश गुप्ता की रिपोर्ट पर नाडा ने नोटिस देकर जवाब मांगा है।

3 महीने के अंदर देना होता है जवाब
कहा जा रहा है कि विनेश फोगाट दिसंबर 2022 से पंजीकृत परीक्षण पूल (आरटीपी) का हिस्सा हैं। आरटीपी का हिस्सा होने वाले हर एथलीट को प्रत्येक तीन महीने में डोपिंग रोधी प्रशासन और प्रबंधन प्रणाली (एडीएएमएस) में अपनी आवासीय जानकारी अपडेट करनी होती है। इसमें फोन नंबर, एड्रेस, ई-मेल, यात्रा कार्यक्रम, प्रशिक्षण केंद्र और अन्य कार्यक्रम की जानकारी दी जाती है। एक साल के अंदर इन आवश्यकताओं का अनुपालन करने में विफलता को डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन माना जाता है। एक साल के दौरान तीन ठिकाने की विफलता को डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन माना जाता है। विनेश फोगाट की तरफ से एक साल के अंदर अनुपालन न करने का यह पहला मामला है। ऐसे में इसे डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन नहीं माना जा सकता।
