Edited By Manisha rana, Updated: 16 Oct, 2024 03:27 PM
सजा ये है कि मैं बंजर जमीन हूं और जुल्म ये है कि मुझे बारिशों से इश्क हो गया है। यह शायरी हरियाणा के बीजेपी नेता अनिल विज के मौजूदा हालात पर फिट बैठती है, क्योंकि अनिल विज ने जिस कुर्सी के सपने संजोए थे, उस कुर्सी पर कोई और बैठ गया।
चंडीगढ़ : सजा ये है कि मैं बंजर जमीन हूं और जुल्म ये है कि मुझे बारिशों से इश्क हो गया है। यह शायरी हरियाणा के बीजेपी नेता अनिल विज के मौजूदा हालात पर फिट बैठती है, क्योंकि अनिल विज ने जिस कुर्सी के सपने संजोए थे, उस कुर्सी पर कोई और बैठ गया। दर्द तब और बढ़ गया, जब खुद अनिल विज को नायब सिंह सैनी का नाम सीएम पद के लिए प्रस्ताव देना पड़ा।
बता दें कि नायब सिंह सैनी एक बार फिर हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। बुधवार को बीजेपी विधानमंडल की बैठक में नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया। इस बैठक में सीएम पद के लिए नायब सैनी का नाम का प्रस्ताव अनिल विज और मनोहर लाल खट्टर ने रखा।
अनिल विज जो पहले खुद को सीएम पद का दावेदार बताते थे और रह-रहकर ताल ठोंकते थे। उन्होंने ही प्रस्ताव की प्रक्रिया पूरी की। अनिल विज खुद को पार्टी का सीनियर नेता बताते हुए सीएम पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार बताते थे। बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नायब सैनी के नाम का ऐलान किया। अभी कुछ दिन पहले ही अनिल विज ने कहा था कि मैंने कभी दावा करने की बात नहीं की। मैं कहीं दावा नहीं करूंगा। अगर हाईकमान मुझे मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करती है तो मैं हरियाणा को देश का नंबर एक प्रदेश बनाऊंगा। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि ‘मेरी किसी के साथ कोई बात नहीं चल रही है, जब कोई करेगा तो बात करेंगे। उनकी भी बात सुनेंगे और अपनी भी बात कहेंगे।
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