Edited By Isha, Updated: 14 Dec, 2024 03:09 PM
हरियाणा में जनता की ओर से कांग्रेस को नकारे जाने के बाद अब राजनेता सरकार के विकल्प और अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक नए दल की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी इस प्रकार के नेताओं के लिए एक विकल्प
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा में जनता की ओर से कांग्रेस को नकारे जाने के बाद अब राजनेता सरकार के विकल्प और अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक नए दल की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी इस प्रकार के नेताओं के लिए एक विकल्प बनकर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके पानीपत के सुरेंद्र अहलावत ने भी आम आदमी पार्टी में शामिल होकर अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरूआत की है। अहलावत के आप में आने से पार्टी को हरियाणा में पहले से अधिक मजबूती मिलेगी। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने के अलावा सुरेंद्र अहलावत बीजेपी में कई अहम पदों पर भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। इसके अलावा वह चौधरी बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं। सुरेंद्र अहलावत वर्ष 2000 में समालखा से पंचायती प्रत्याशी के रूप में भी विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। उस समय उन्हें 18 हजार के करीब वोट हासिल हुई थी।
बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह के थे खास !
समालखा से आजाद प्रत्याशी और पानीपत ग्रामीण से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके सुरेंद्र अहलावत की प्रदेश के कगईं ग्रामीण इलाकों में अच्छी पकड़ है। चौधरी बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी में भी सुरेंद्र अहलावत काफी महत्वपूर्ण भूमिका में थे। वह चौधरी बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह के राइटहैंड माने जाते थे। बंसीलाल और सुरेंद्र सिंह की ग्रामीण इलाकों पर अच्छी पकड़ थी। उनके साथ रहते हुए सुरेंद्र अहलावत ने भी उनके गुर सीखे और उस पर अमल करते हुए प्रदेश के कईं ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करने का काम किया। अब चूंकि वह आम आदमी पार्टी के नेता के रूप में अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरूआत कर चुके हैं। ऐसे में प्रदेश के कईं ग्रामीण इलाकों में आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलने से इंकार नहीं किया जा सकता।
“आप ही एकमात्र विकल्प बचा”
सुरेंद्र अहलावत ने कहा कि जनता के हित में काम करने के लिए अब आम आदमी पार्टी ही एकमात्र विकल्प बचा है। उन्होंने हरियाणा के विकास की जिम्मेदारी केवल अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप पर डाली और कहा कि केवल आम आदमी पार्टी ही जन विरोधी सरकार को हराने का दम रखती है। उन्होंने सर्व जातीय जन पंचायत के सभी सदस्यों के विचार-विमर्श के बाद ही आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया था। अहलावत ने कहा कि कांग्रेस हरियाणा में इस जनविरोधी सरकार का मुकाबला करने में असमर्थ रही है। जनता के आह्वान और लोगों की मांग के अनुसार जन आवाज को बुलंद करने के लिए एक राजनीतिक फ्रंट की जरूरत थी, जो इस जन विरोधी सरकार का विकल्प बन सके। इसलिए सभी साथियों से विचार करने के बाद जनता की लड़ाई को मजबूती से लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया, जिससे हर फ्रंट और हर मोर्चे पर आमजन की लड़ाई को लड़ा जा सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में आम आदमी पार्टी हरियामा में जनविरोधी सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए इस सरकार को परास्त करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के सभी राजनीतिक लोगों की सोच है कि हरियाणा से बीजेपी की जनविरोधी सरकार को को परास्त करने के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हरियाणा में केवल आम आदमी पार्टी ही एकमात्र विकल्प है। यहीं कारण है कि आज प्रदेश के सभी राजनीतिक लोग आम आदमी पार्टी की ओर आशा भरी नजरों से देख रहें हैं।
कईं चुनावों में निभाई अहम जिम्मेदारी
इस दौरान आप के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने बताया कि सुरेंद्र अहलावत भारतीय जनता पार्टी में कईं पदों पर कार्य कर चुके हैं। वह बीजेपी के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य, करनाल लोकसभा चुनाव के सह प्रभारी, पानीपत ग्रामीण लोकसभा चुनाव के प्रभारी रह चुके हैं। इसके अलावा 2009 में बीजेपी की टिकट पर पानीपत ग्रामीण से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। 2022 में बीजेपी की जनविरोधी नीतियों के चलते उन्होंने सर्वजातीय जन पंचायत संगठन का गठन किया