Edited By Isha, Updated: 08 Sep, 2024 05:22 PM
मनरेगा मजदूरों को गांव पीडल से सरौला ले जा रहा टेंपो पीडल गांव से आगे चीका-कैथल रोड पर अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में इसमें सवार 30 से अधिक मनरेगा मजदूर चोटिल हो गए। घायल मजदूरों को राजेंद्रा अस्पताल पटियाला भेजा गया है
गुहला-चीका: मनरेगा मजदूरों को गांव पीडल से सरौला ले जा रहा टेंपो पीडल गांव से आगे चीका-कैथल रोड पर अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में इसमें सवार 30 से अधिक मनरेगा मजदूर चोटिल हो गए। घायल मजदूरों को राजेंद्रा अस्पताल पटियाला भेजा गया है।
मनरेगा मजदूर यूनियन के महासचिव जितेंद्र खेड़ी ने इस दुर्घटना की जानकारी गुहला ब्लॉक की बीडीपीओ व एबीपीओ को दी है। मनरेगा मजदूर मैट रिंकू राम ने कहा कि मनरेगा मजदूरों को नजदीक के गांव में ही काम दिया जाना चाहिए। सरकार की ओर से यह नियम है कि मनरेगा मजदूरों को पहले उन्हीं के गांव में मजदूरी दी जाए और यदि उनके गांवों में मजदूरी का कार्य नहीं है तो फिर पास के गांव में दिया जाए।
उन्होंने कहा कि गांव पीडल से सरौला करीब 25 किलोमीटर दूर है। अधिक दूर होने के कारण कार्यस्थल तक पहुंचने के लिए मजदूरों के पास कोई निजी साधन नहीं है। सरकार की ओर से भी वाहन की कोई व्यवस्था नहीं है। फिलहाल घायलों का इलाज किया जा रहा है।