Edited By Isha, Updated: 08 Apr, 2025 08:11 AM

फर्जी मेडिकल लीगल रिपोर्ट (एमएलआर) के आधार पर एक व्यक्ति को 53 दिन तक जेल में बिताना पड़ा। अब पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाते हुए सफदरजंग अस्पताल के स्टाफ और फर्जी एमएलआर बनवाने वालों
हथीन: फर्जी मेडिकल लीगल रिपोर्ट (एमएलआर) के आधार पर एक व्यक्ति को 53 दिन तक जेल में बिताना पड़ा। अब पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाते हुए सफदरजंग अस्पताल के स्टाफ और फर्जी एमएलआर बनवाने वालों के खिलाफ हथीन थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है।
यह मामला 12 सितंबर 2023 को गांव पचानका में हुए झगड़े से जुड़ा है, जिसमें मौज खां समेत चार लोग घायल हुए थे। मौज खां को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां स्टाफ ने डॉक्टर सुधांशु कठपालिया के नाम पर फर्जी एमएलआर तैयार की। रिपोर्ट में गंभीर चोटों का हवाला देते हुए जानलेवा हमला दर्शाया गया।
इस एमएलआर के आधार पर पुलिस ने 16 सितंबर को मुखत्यार अहमद उर्फ पप्पू समेत 6 लोगों के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का केस दर्ज किया और मुखत्यार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वह 53 दिन जेल में रहा।
अब इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद पुलिस ने मौज खां, उसके साथियों और अस्पताल स्टाफ पर फर्जी एमएलआर बनाने व पुलिस को गुमराह करने का केस दर्ज किया है। हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।