Edited By Isha, Updated: 16 Aug, 2025 04:58 PM

पहाड़ों पर बरसात के भाव युद्ध हथनीकुण्ड बैराज पर अभी तक 80000 क्यूसेक पानी ही रिकाड अनुसार छोड़ा गया है। हालांकि 1 लाख क्यूसेक पानी पर हथिनीकुंड मिनी फ्लड घोषित करता है लेकिन 80 हज़ार क्यूसेक पानी
यमुनानगर(परवेज खान): पहाड़ों पर बरसात के भाव युद्ध हथनीकुण्ड बैराज पर अभी तक 80000 क्यूसेक पानी ही रिकाड अनुसार छोड़ा गया है। हालांकि 1 लाख क्यूसेक पानी पर हथिनीकुंड मिनी फ्लड घोषित करता है लेकिन 80 हज़ार क्यूसेक पानी के उतार-चढ़ाव के चलते यमुना के साथ लगते किसानों की जमीन अब यमुना नदी में गिरनी शुरू हो गई है ।
गुमथलाराव इलाके के स्थानीय लोगों की माने तो यह भूमि कटाव अवैध खनन के कार्य नहीं हुआ है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते यमुना नदी के बीच में खनन माफिया ने खनन किया है । उसी के कारण अब यमुना का पानी किसानों की जमीन को अपने साथ बहा कर ले जा रहा है ।जो कि किसानों के लिए बड़ी परेशानी है ऐसे में अभी पहाड़ों पर बरसात होना बाकी है ।जैसे ही यमुना खतरे के निशान को पार करेगी इस इलाके में अपनी तबाही मचाएगा।
लोगों का आरोप है कि यह भूमि कटाव यहां अवैध खनन के कारण शुरू हुआ है तो इसी कटाव के चलते अब नव निर्माण यमुना नदी पर बना पुल भी खतरा महसूस कर रहा है। अभी पुल को चालू भी नहीं किया गया कि पुल पर खतरा मंडराना शुरू हो गया है। ऐसे में लोगों के मन में यह डर भी है कि अगर यमुना में पानी और आया तो उनकी पूरी की पूरी जमीन ही अभी यमुना अपने साथ बहा कर ले जाएगी जो उनके लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है।