Edited By Mohammad Kumail, Updated: 06 Apr, 2023 04:34 PM

मांडौली गांव में किसानों के खेतों से होकर गुजरी बिजली की ट्रांसमिशन लाईन में शार्ट सर्किट से आग लग गई। इस आगजनी में पककर तैयार हो चुकी करीब 10 से 12 एकड़ गेहूं की फसल जलकर पूरी तरह से राख हो गई है।
बहादुरगढ़ (प्रवीन कुमार धनखड़) : किसान अभी कुदरत की मार से ऊबर नहीं पाए हैं। अब सरकारी वादों के इत्तर किसान मुआवजे की मांग को दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। वहीं अब बिजली के तारों से उठी चिंगारी ने किसानों के खून पसीने की मेहनत से तैयार फसल को जलाकर राख कर दिया। मामला बहादुरगढ़ के मांडौठी गांव का है। यहां किसानों के खेतों से होकर गुजरी बिजली की ट्रांसमिशन लाईन में शार्ट सर्किट से आग लग गई। इस आगजनी में पककर तैयार हो चुकी करीब 10 से 12 एकड़ गेहूं की फसल जलकर पूरी तरह से राख हो गई है।
मौके पर पहुंचकर किसान नेता ने मरम्मत कार्य रुकवाया
वहीं मौके पर पहुंचकर किसान नेता रमेश दलाल किसानों के साथ मिलकर ट्रांसमिशन लाईन की मरम्मत का कार्य रूकवा दिया। किसान नेता रमेश दलाल ने 25 क्विंटल प्रति एकड़ गेहूं और 40 क्विंटल प्रति एकड़ भूसे के मुआवजे की मांग की है। किसानों का कहना है कि हर बार बिजली की तारों के कारण हादसा होता है। लेकिन विभाग उनकी सुनवाई नहीं करता। इस दौरान किसानों ने कहा जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक काम नहीं होने देंगे।
किसानों को पूरा मुआवजा दिआ जाएगा
बिजली सप्लाई की ट्रांसमिशन लाइन से जुड़े एक्सईएन संजय यादव भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान नाराज किसानों ने उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई। उसके बाद उन्होंने कहा कि किसानों की फसल के नुकसान का अससमेंट करवाकर उन्हें पूरा मुआवजा दिया जाएगा। बहरहाल किसान के दर्द को इस वक्त मरहम की सख्त जरूरत है। और ऐसे में बिजली की तारों से उठी चिंगारी से होने वाले हादसों पर जिम्मेदारी तय करने का वक्त आ गया है क्योंकि हर साल बिजली की चिंगारी के कारण सैंकड़ों एकड़ फसल और भूसा जलकर राख हो जाता है और किसी अधिकारी की जिम्मेदारी कभी इसके लिए तय नहीं की जाती।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)