Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 22 Dec, 2021 07:58 PM

नगर निगम से निकाले गए 80 सफाई कर्मचारियों को वापस काम पर लेने की मांग को लेकर फिर से धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। बता दें कि 2 महीने पहले नगर निगम के कमिश्नर ने कर्मचारियों की वापसी का लिखित आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन खत्म करा दिया था।
गुडग़ांव, (ब्यूरो): नगर निगम से निकाले गए 80 सफाई कर्मचारियों को वापस काम पर लेने की मांग को लेकर फिर से धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। बता दें कि 2 महीने पहले नगर निगम के कमिश्नर ने कर्मचारियों की वापसी का लिखित आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन खत्म करा दिया था। लेकिन आश्वासन के अनुसार जब तय समय सीमा पर कर्मचारियों की वापसी निगम में नहीं हुई तो दोबारा से सफाई कर्मचारी यूनियन ने धरना प्रदर्शन शुरू करने का निर्णय लिया। बुधवार को कर्मचारियों मांग को सही ठहराते हुए कांग्रेस के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव, कांग्रेस व्यापार सेल के चेयरमैन पंकज डावर, कांग्रेस नेता प्रवीण यादव, कुलदीप कटारिया, भारत मदान समेत अन्य नेताओं ने नगर निगम कार्यालय के बाहर चल धरना प्रदर्शन में शामिल होकर इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया। इस मौके पर कैप्टन अजय यादव ने कहा कि यह सरकार धोखेबाज सरकार है इस सरकार में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी भी धोखेबाज हो चुके हैं। जब नगर निगम कमिश्नर ने लिखित में कर्मचारियों की वापसी का आश्वासन दिया तो कर्मचारियों की वापसी आखिर क्यों नहीं हुई यह अपने आप में बड़ा सवाल है। वहीं काग्रेस व्यापार सेल के चेयरमैन पंकज डावर ने कहा कि यह सरकार शुरू से ही कर्मचारियों के साथ दोगली राजनीति करती आ रही है। कुछ अधिकारी कर्मचारियों की वापसी चाहते थे लेकिन सरकार में बैठे नेता जो खुद नगर निगम में अपना ठेका चला रहे हैं वह इन गरीब कर्मचारियों की बहाली नहीं चाहते। क्योंकि सरकार में बैठे स्थानीय नेता खुद कर्मचारियों की रोजी-रोटी छीन कर अपनी जेब भरने का काम कर रहे हैं। पंकज डावर ने कहा कि नगर निगम के निकाले गए सभी कर्मचारियों को अगर जल्द वापस काम पर नहीं लिया जाता है तो कांग्रेस की ओर से शहर में एक बड़ा आंदोलन कर्मचारियों के समर्थन में किया जाएगा और सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने का काम किया जाएगा। इस मौके पर सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान गौरव टोंक ने कहा कि नौकरी से हटाए गए सभी कर्मचारियों के समर्थन में शुरू से ही कांग्रेस का पूर्ण समर्थन उन्हें मिला है। उन्होंने मौके पर पहुंचे सभी कांग्रेस के पदाधिकारियों का धन्यवाद किया और इस मुद्दे को विपक्ष की ओर से विधानसभा सत्र में उठाने की मांग की।