Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 11 Feb, 2025 05:34 PM
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नया पांच साल का सहयोग भारत की सड़कों को बच्चों के लिए सुरक्षित बनाने का लक्ष्य रखता है।
गुड़गांव : भारत में बच्चों की सड़क सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सीएसआईआर -सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टिट्यूट (सीआरआरआई) और बाल रक्षा भारत ने एक व्यापक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पांच वर्षीय साझेदारी 1 फरवरी 2025 से 31 जनवरी 2030 तक प्रभावी रहेगी और वैज्ञानिक अनुसंधान तथा बाल संरक्षण विशेषज्ञता के समन्वय के प्रति एक महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता दर्शाती है।
इस समझौता ज्ञापन के तहत, सीआरआरआई और बाल रक्षा भारत भारत की सड़कों पर बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देण्यासाठी जागरूकता बढ़ाने, क्षमता निर्माण करने और टिकाऊ उपायों को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखते हैं। इस साझेदारी के माध्यम से स्कूलों, सरकारी संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) और स्थानीय समुदायों सहित विभिन्न हितधारकों को शामिल करते हुए सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएंगे।
यह साझेदारी सड़क अनुसंधान में सीआरआरआई के व्यापक अनुभव और बाल संरक्षण के क्षेत्र में बाल रक्षा भारत की विशेष विशेषज्ञता को एक साथ लाकर सड़क सुरक्षा नीतियों और प्रक्रियाओं में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेगी। संसाधन और विशेषज्ञता के समन्वय के माध्यम से, इस पहल का उद्देश्य नवाचार आधारित समाधान लागू करना है, ताकि देशभर में बच्चों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर सीआरआरआई के निदेशक प्रो. मनोरंजन परिडा ने साझेदारी के संभावित प्रभाव को लेकर आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह सहयोग सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के हमारे सामूहिक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, विशेष रूप से बच्चों जैसे संवेदनशील समूहों के लिए। वैज्ञानिक दृष्टिकोण और लक्षित उपायों के समन्वय से, हमारा लक्ष्य ऐसा सुरक्षित सड़क परिवेश तैयार करना है, जो हमारे नन्हें नागरिकों के जीवन और कल्याण की रक्षा करे।"
शांतनु चक्रवर्ती, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बाल रक्षा भारत ने कहा, "बाल रक्षा भारत बच्चों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है, जिसमें उनके दैनिक आवागमन की सुरक्षा भी शामिल है। सीआरआरआई के साथ इस सहयोग के माध्यम से, हम ऐसी ठोस पहल लागू करने की कल्पना करते हैं, जो न केवल जागरूकता बढ़ाएगी बल्कि समुदायों को सुरक्षित व्यवहार अपनाने और सड़क सुरक्षा के प्रभावी उपायों को प्रोत्साहित करने के लिए सक्षम बनाएगी।।"
इस समझौता ज्ञापन के तहत, सीआरआरआई और बाल रक्षा भारत शोध परियोजनाओं, नीतिगत वकालत, सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रमों और क्षमता-विकास कार्यशालाओं में सहयोग करेंगे। इन प्रयासों का उद्देश्य भारत की सड़कों पर सुरक्षा और जिम्मेदारी की संस्कृति को मजबूत करना है।