Edited By Deepak Kumar, Updated: 25 Feb, 2025 01:48 PM

यमुनानगर में अवैध माइनिंग पर अंकुश लगाने के लिए जिले में 16 जगह नाके लगाए गए हैं और इन नाकों पर 5 अलग-अलग विभागों के कर्मचारी 24 घंटे तैनात है। नाके पर गुजरने वाली हर गाड़ी का ई- रवाना चेक हो रहा है, ताकि अवैध माइनिंग किसी भी सूरत में ना हो।
यमुनानगरः जिले में अवैध माइनिंग अधिकारियों के लिए एक बड़ा सिरदर्द है। जिला प्रशासन चाहे लाख कोशिश कर ले लेकिन अवैध माइनिंग का पीला पंजा अभी भी नहीं रुक रहा है। यमुनानगर में अवैध माइनिंग पर अंकुश लगाने के लिए जिले में 16 जगह नाके लगाए गए हैं और इन नाकों पर 5 अलग-अलग विभागों के कर्मचारी 24 घंटे तैनात है। नाके पर गुजरने वाली हर गाड़ी का ई- रवाना चेक हो रहा है, ताकि अवैध माइनिंग किसी भी सूरत में ना हो।
अधिकारियों की मुस्तेदी का फायदा माइनिंग जोन में खनन माफिया खूब उठा रहे हैं। दिन हो या रात JCB के पीले पंजे से यमुना नदी का सीना छलनी किया जा रहा है। अगर अधिकारी अपने कमरे से बाहर निकलता है तो यह रेकी ग्रुप हर विभाग के अधिकारी की पल-पल के अपडेट व्हाट्सएप ग्रुप में डालता है। ताकि अवैध माइनिंग के इस खेल को बदस्तूर जारी रखा जा सके।
अवैध माइनिंग अधिकारी रोकने में नाकाम साबितः एंटी करप्शन सोसाइटी
हरियाणा एंटी करप्शन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष वरयाम सिंह ने कहा की जिले में अवैध माइनिंग अधिकारी रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास अवैध माइनिंग के पुख्ता प्रमाण है। वरयाम सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि नाके पर तैनात कर्मचारी कहते हैं कि हमें कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में व्हाट्सएप रेकी ग्रुप इतने सक्रिय है कि वह पल-पल की अपडेट ग्रुप में डालते है।
अवैध माइनिंग को रोकने के लिए लगाए 16 जगह नाकेः डीसी
यमुनानगर के डीसी पार्थ गुप्ता का कहना है कि हमने अवैध माइनिंग को रोकने के लिए जिले में 16 जगह नाके लगाए हैं। हम माइनिंग जोन में अवैध माइनिंग को रोकने के लिए भी जल्द एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं इसके लिए एक टीम जल्द तैयार की जाएगी ताकि अवैध माइनिंग को रोका जा सके।
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