एक तरफ सरकार की पूरी ताकत तो दूसरी तरफ अकेले अपनी लड़ाई लड़ने को मजबूर महिला कोच: अनुराग ढांडा

Edited By Manisha rana, Updated: 08 Sep, 2023 06:26 PM

women coaches are forced to fight their battle alone anurag dhanda

आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने आज प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि हरियाणा की एक बेटी महिला जूनियर कोच के पीछे पूरी सरकार पड़ गई है। एक तरफ पूरी सरकार की ताकत है और दूसरी तरफ पीड़िता को अपनी लड़ाई लड़ने के लिए अकेला छोड़...

चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने आज प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि हरियाणा की एक बेटी महिला जूनियर कोच के पीछे पूरी सरकार पड़ गई है। एक तरफ पूरी सरकार की ताकत है और दूसरी तरफ पीड़िता को अपनी लड़ाई लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है। ये जानकर बहुत दुख होता है कि कल से जो घटनाक्रम हो रहा है वो चौंकाने वाला है। प्रदेश के लोगों के मन में एक सवाल है कि क्या महिला कोच की जान को खतरा है? और क्या आने वाले दिनों में वह सुरक्षित रहेगी? 

उन्होंने कहा कि महिला कोच ने उनका पीछा करने वाले लोगों का वीडियो जारी किया है और महिला कोच ने ये भी आरोप लगाया है कि उनके पास हथियार था और उनको जान से मारने की धमकी दी गई है। उस प्रकरण के बाद हरियाणा और चंडीगढ़ पुलिस की ओर से महिला कोच को सुरक्षा दी जानी चाहिए थी। लेकिन पुलिस कहती है कि उनको लिखित शिकायत नहीं दी गई है। ये पुलिस का शर्मनाक बयान है। क्योंकि महिला कोच से जब ये घटना हुई तो पुलिस को कई बार फोन किया था। वहां पुलिस के अधिकारी पहुंचे तो महिला कोच ने सारा घटनाक्रम बताया। उसके बाद महिला कोच को अलग-अलग थानों में चक्कर काटने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि कल की घटना के बाद सिविल ड्रेस में सीआईडी की टीम महिला कोच का पीछा कर रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप हमारी सुरक्षा में तैनात हैं तो कोई भी ऐसा लिखित आदेश दिखाने से वह टीम मना कर देती है। लेकिन महिला कोच जहां भी जा रही हैं तो उनका पीछा किया जा रहा है। 

ढांडा ने कहा कि तथ्यों के आधार पर अलग अलग प्रकरणों में यह भी साबित होता है कि मंत्री संदीप सिंह ने जांच के दौरान झूठ बोला है। पहला झूठ यह है कि पीड़ित महिला कोच मंत्री के घर के अंदर आई नहीं। मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि घर के बाहर ऑफिस बना हुआ है वहीं तक पीड़ित महिला आई। जबकि महिला कोच ने पुलिस के सामने उस घर के कोने कोने के बारे में बता दिया। मंत्री ने दूसरा झूठ बोला कि उन्होंन पोस्टिंग, ट्रेनिंग और ट्रांसफर को प्रभावित नहीं किया, लेकिन पुलिस को जांच के दौरान सुबूत मिले कि पोस्टिंग से लेकर ट्रेनिंग और ट्रांसफर तक हुए निर्णय को मंत्री ने प्रभावित किया। इसके अलावा मंत्री का तीसरा बयान भी झूठ साबित हुआ कि उसकी महिला कोच के प्रति कोई गलत नीयत नहीं थी। क्योंकि मंत्री ने पर्सनल चैट में पीड़ित महिला को अपांइटमेंट दिए हुए थे। जब उनसे पूछा कि किसी और को भी ऐसे अपांटमेंट देते हो क्या तो एक भी मंत्री संदीप सिंह नहीं बता सके। सिर्फ इसी केस में महिला कोच को एक बार नहीं बल्कि दो दो बार पर्सनल अपांइटमेंट दी गई थी। उन्होंने कहा कि मंत्री संदीप सिंह का एक्सट्रा इंटरस्ट पीड़ित महिला कोच में था। उस वक्त के स्पोटर्स डायरेक्टर ने अपने बयान में स्पष्ट कहा कि मंत्री संदीप सिंह ने महिला कोच की वेशभूषा के बारे में तीन-तीन बार शिकायत की। इससे ये पता चलता है कि मंत्री का पर्सनल इंटरस्ट था। 

उन्होंने कहा कि मंत्री पर जो आरोप लगे हैं वह प्रथम दृष्टि में सही साबित होते हैं। इसके अलावा बड़े स्तर पर सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ हुई है। मंत्री संदीप सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। 10 जनवरी 2020 का आदेश है कि पोस्टिंग की फाइल मंत्री तक नहीं जाती, जबकि इसी केस में फाइल मंत्री तक गई और किसी केस में नहीं जाती और न ही किसी और केस में इसका रिकॉर्ड पाया गया। जब उस फाइल का पता किया गया कि मंत्री के पास किसने भेजी। तो पाया गया कि अवैध तरीक से स्पोटर्स डायरेक्टर को फाइल भेजी गई थी। उस पर फ्लयूड लगाकर नीचे कमेंट किया गया कि इसको मंत्री के पास भेजा जाए। संबंधित अधिकारी ने मना कर दिया कि न ये फ्लयूड हमने लगाया है और न ही मंत्री के पास हमने इसको भेजा। इसका मतलब सरकारी फाइल में छेड़छाड़ करके उस महिला कोच को मंत्री के पास आने के लिए मजबूर किया गया। इसको वही आदमी कर सकता है पद पर बैठा है और पहली नजर में फायदा हो रहा है।

इसके अलावा अनुराग ढांडा ने कहा कि जांच को प्रभावित करने की काशिश की गई, सरकार मंत्री संदीप को बचा रही है। पहला जब मंत्री के पास छिपाने को कुछ नहीं था तो उन्होंने लाईट डिटेक्शन टेस्ट कराने से क्यों मना कर दिया जबकि महिला लाईट डिटेक्शन टेस्ट करवाने के लिए तैयार थी। दूसरा संदीप सिंह को मंत्री और हरियाणा ओलिंपिक एसोसिएशन का अध्यक्ष बना कर रखा गया। ताकि इस मामले से जुड़े हुए सुबूतों को बदला जा सके। तीसरा किसके आदेश पर सीआईडी अधिकारी महिला कोच के पीछे जा रहे है, क्योंकि सीआईडी सीधे मुख्यमंत्री खट्टर को रिपोर्ट करती है।
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!