Edited By Yakeen Kumar, Updated: 30 Jul, 2025 08:36 PM

पंचकूला स्थित हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के निर्देश पर एक महिला को हनीट्रैप मामले में पंचकूला से गिरफ्तार किया गया है। महिला की पहचान गुरुग्राम निवासी कृतिका के रूप में हुई है।
पंचकूला (उमंग श्योराण) : पंचकूला स्थित हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के निर्देश पर एक महिला को हनीट्रैप मामले में पंचकूला से गिरफ्तार किया गया है। महिला की पहचान गुरुग्राम निवासी कृतिका के रूप में हुई है। महिला द्वारा बलात्कार का झूठा केस करवाया। फिर समझौते करने की एवज में पैसों की डिमांड की गई।
जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम और फरीदाबाद पुलिस द्वारा महिला को पूछताछ के लिए पंचकूला सेक्टर-4 स्थित महिला आयोग कार्यालय लाया गया था, जहाँ महिला आयोग की चेयरपर्सन ने साक्ष्यों के आधार पर महिला की गिरफ्तारी के आदेश दे दिए। गिरफ्तारी के डर से महिला आयोग कार्यालय से भागने की कोशिश की, लेकिन दफ्तर के बाहर निकलते ही पुलिस ने उसे राउंड-अप कर हिरासत में ले लिया।
महिला पर पैसे मांगने और धमकाने के गंभीर आरोप
रेनू भाटिया ने बताया कि आरोपी महिला पर एक युवक और उसके परिवार को रेप के झूठे आरोपों में फंसाकर ब्लैकमेल करने, पैसों की मांग करने और धमकाने के गंभीर आरोप हैं। महिला युवक के घर जाकर भी लगातार हंगामा करती रही है। पूछताछ में आरोपी महिला ने अपनी गलती स्वीकार की, जिससे सभी आरोप सिद्ध हो गए। महिला ने आरोप कबूल करने के बाद बुधवार सुबह लड़के के घर जाकर दोबारा हंगामा कर मानसिक दबाव बनाने की कोशिश की। उक्त महिला खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताकर बिना किसी वैध पहचान पत्र के कई करोड़ों की डीलिंग में संलिप्त रही है। जिसके सीसीटीवी फुटेज आयोग को प्राप्त हुए हैं।
चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स से स्पष्ट हुआ मामला
महिला आयोग के अनुसार, लड़की 12 साल से अपने घर नहीं गई है। उसके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबरों से प्राप्त चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स से स्पष्ट हुआ कि यह मामला बलात्कार का नहीं, बल्कि एक हनीट्रैप की साजिश है। महिला आयोग ने आरोपी महिला का मोबाइल जप्त कर लिया है, जिसकी तकनीकी जांच फरीदाबाद पुलिस द्वारा की जाएगी। साथ ही, महिला के परिवारिक पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है। फिलहाल पंचकूला महिला थाना पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर आगामी जांच हेतु फरीदाबाद पुलिस के हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। महिला की आपराधिक पृष्ठभूमि और पहले की गतिविधियों को लेकर भी विस्तृत जांच की जाएगी।
आयोग की अध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि महिला आयोग बेटियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अगर कोई महिला कानून का दुरुपयोग कर निर्दोषों को फंसाती है, तो आयोग ऐसे मामलों में भी निष्पक्ष जांच करेगा।
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