Edited By Manisha rana, Updated: 14 Oct, 2024 09:13 AM
हरियाणा के विधानसभा चुनावों में हारने के बाद कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा निशाने पर हैं।
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : हरियाणा के विधानसभा चुनावों में हारने के बाद कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा निशाने पर हैं। हुड्डा विरोधी गुट ने तो नतीजों के बाद पूरी ताकत के साथ आवाज बुलंद करनी शुरु कर दी है, जिसमें हुड्डा को ही विलेन करार दिया जा रहा है। नतीजों में भाजपा की जीत के बाद कांग्रेस में जबरदस्त अंतर्कलह शुरु हो गई है, जिसके तहत कुमारी सैलजा गुट के नेता लगातार हार का ठीकरा हुड्डा पर ही फोड़ रहे हैं। वहीं रविवार को कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा रोहतक की तिलक नगर कॉलोनी में पहुंचीं थी, जहां उन्होंने बातचीत करते हुए चुनाव में संगठन की कमी खलने की बात कही।
नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के सवाल पर सैलजा ने दिया जवाब
साथ ही हुड्डा को फिर से नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के सवाल पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वह क्या फैसला लेते हैं। भाजपा को जिस तरह का बहुमत मिला है उसे हरियाणा प्रदेश में समान विकास के काम करते हुए जनहित के काम करने चाहिए। जो जनता के मुद्दे हैं उन पर काम होना चाहिए और जो समस्याएं पिछली सरकार के दौरान लोगों ने झेली है उनका समाधान मौजूदा सरकार को करना चाहिए।
दरअसल टिकट बंटवारे के बाद कुमारी सैलजा ने नाराज होकर चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी। ये मुद्दा भाजपा ने हाथों हाथ लपक लिया था और इसे दलित नेत्री के अपमान से जोड़कर भाजपा ने काफी हद तक दलित वोटरों को साध भी लिया। हालांकि काफी दिनों की नाराजगी के बाद कुमारी सैलजा मान तो गईं, मगर जिस तरह से हुड्डा खेमा सरकार बनाने की हुंकार भर रहा था, उस तरह से कुमारी सैलजा ने प्रचार में पूरी ताकत नहीं लगाई।
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