Edited By kamal, Updated: 23 May, 2019 08:17 AM
हरियाणा की राजनीति कभी तीन लालों के इशारों पर चलती थी। वर्ष 1970 से 2000 तक प्रदेश की राजनीति में चौधरी...
हरियाणा की राजनीति कभी तीन लालों के इशारों पर चलती थी। वर्ष 1970 से 2000 तक प्रदेश की राजनीति में चौधरी देवीलाल,चौधरी बंसीलाल व चौधरी भजन लाल की धमक थी परन्तु आज इनकी राजनीतिक विरासत बिखरती नजर आ रही है। उनके पुत्र-पौत्र अपना वैसा जलवा बरकरार नहीं रख पाए जैसा कि इनके वरिष्ठों ने किया था। देश में लोकतंत्र परिपक्व हो रहा है। हर राज्य में वंशवाद की अपनी कहानी है और हरियाणा में 5 पूर्व मुख्यमंत्रियों के लाल चुनावी समर में कदमताल कर रहे हैं।
देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की चौथी पीढ़ी चुनाव लड़ रही है तो पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल व भजन लाल तथा पूर्व मंत्री रणवीर हुड्डा की तीसरी पीढ़ी पूरे दम-खम से मैदान में उतरी है। पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह की दूसरी पीढ़ी लोकसभा में जाने के लिए विपक्षियों से लोहा ले रही है। परिवारवाद की राजनीति वाले प्रदेश हरियाणा में राज्य की राजनीति के अलावा केंद्र की राजनीति में बड़ी भूमिका अदा की है।
आज आने वाले नतीजों में स्पष्ट हो जाएगा कि हरियाणा के धुरंधरों के लाल अपनी राजनीतिक विरासत को कैसे आगे ले जाएंगे। हरियाणा के धुरंधर ‘लालों’ के राजनीतिक विरासत संभालने वाले सदस्यों के सचित्र विवरण से सज्जित हमारी विशिष्ट रिपोर्ट: