Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 11 Jul, 2025 04:17 PM

नगर निगम कर्मचारियों की लापरवाही से जहां एक तरफ सीवर में गिरकर ऑटो चालक की मौत हो गई तो वहीं, अब इस लापरवाही का खामियाजा बेजुबान भी भुगत रहे हैं।
गुड़गांव, (ब्यूरो): नगर निगम कर्मचारियों की लापरवाही से जहां एक तरफ सीवर में गिरकर ऑटो चालक की मौत हो गई तो वहीं, अब इस लापरवाही का खामियाजा बेजुबान भी भुगत रहे हैं। सीवर के खुले मेनहोल में गिरकर घायल हुए बेजुबान भी अब अपनी भाषा में मदद की गुहार लगा रहे हैं। सेवा सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली गुड़गांव पुलिस बेजुबानों की सहायता के लिए भी पहुंच रही है। इसका जीता जागता उदाहरण सेक्टर-37 में देखने को मिला जहां सीवर में गिरे गौवंश को निकालने के लिए ट्रैफिक पुलिस के जोनल अधिकारी स्वयं ही जुट गए। उन्होंने राहगीरों की मदद से सीवर में उतरकर गौवंश को बाहर निकाला।
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पुलिस की मानें तो सेक्टर-37 चौक पर जोनल अधिकारी मोहिंद्र सिंह अपनी ड्यूटी कर रहे थे कि उन्हें गौवंश के चिल्लाने की आवाज आई। पहले तो उन्होंने आवाज को नजरअंदाज किया, लेकिन बाद में इधर-उधर घूमकर देखा तो उन्हें कोई गौवंश दिखाई नहीं दिया, लेकिन आवाज लगातार आ रही थी। ऐसे में वह जब सड़क किनारे पहुंचे तो पाया कि एक सीवर में गौवंश गिरा हुआ है। इस पर उन्होंने लोगों की मदद ली और गौवंश को सीवर से बाहर निकालने की मशक्कत शुरू कर दी।
इस दौरान जोनल अधिकारी ने अपनी वर्दी को उतार दिया और सिविल ड्रेस में आकर मदद करनी शुरू कर दी। कड़ी मशक्कत के बाद राहगीरों की मदद से गौवंश को सीवर से बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की। बेजुबान की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों की यहां मौजूद लोगों ने भी सराहना की। वहीं, लोगों ने नगर निगम की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगाए हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा अब बेजुबान भी भुगतने लगे हैं। अगर यहां पास ही कोई मौजूद न होता तो शायद गौवंश इसी सीवर में ही अपना दम तोड़ देता। नगर निगम के ऐसे लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।