Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 05 Dec, 2025 08:50 PM

भोंडसी प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत और उनके साथ अति विशिष्ट व्यक्तियों का आवागमन होना है। ऐसे में गुड़गांव पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्थित और सुगम बनाए रखने के लिए जेल रोड की ओर आने वाले भारी...
गुड़गांव, (ब्यूरो): भोंडसी प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत और उनके साथ अति विशिष्ट व्यक्तियों का आवागमन होना है। ऐसे में गुड़गांव पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्थित और सुगम बनाए रखने के लिए जेल रोड की ओर आने वाले भारी वाहनों के आवागमन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।
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ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी सूचना के अनुसार, शनिवार को सोहना रोड पर स्थित भोंडसी कट से भोंडसी जेल की ओर जाने वाले सड़क मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। गोल्फ कोर्स सड़क मार्ग के रास्ते भोंडसी जेल की ओर जाने वाले सड़क मार्ग पर भी भारी वाहनों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने भारी वाहन चालकों को सूचित किया है कि वे इन प्रतिबंधों का पालन करें ताकि आम नागरिकों और दैनिक यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। यह कदम मुख्य रूप से सुरक्षा की दृष्टि से और यातायात के सुगम संचालन को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
आपको बता दें कि प्रदेश की विभिन्न जेलों में सुधारात्मक न्याय और पुनर्वास को नई दिशा देने के उद्देश्य से भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत शनिवार को प्रदेश की विभिन्न जेलों में कौशल विकास केंद्रों, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा पाठ्यक्रमों और आईटीआई-स्तरीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे। यह कार्यक्रम जिला कारागार गुड़गांव में आयोजित किया जाएगा। जिला प्रशासन तथा जिला कारागार प्रशासन ने आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। शुक्रवार को न्यायिक अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल एवं डीसी अजय कुमार ने शुक्रवार को आयोजन स्थल पर तैयारियों का जायजा लिया। कार्यकम में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल, न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति शील नागू तथा उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीश भी मौजूद रहेंगे।
हरियाणा की जेलों में पॉलिटेक्निक और कौशल विकास कार्यक्रमों का उद्घाटन सुधारात्मक न्याय के प्रति राज्य के दृष्टिकोण में एक क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक है। इस पहल के तहत कैदियों को व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच प्राप्त होगी। जिसमें कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग सहायक, वेल्डर, प्लंबर, ग्रेस मेकर, इलेक्ट्रीशियन, बुडवर्क टेक्नीशियन, सिलाई तकनीक और कॉस्मेटोलॉजी जैसे व्यवसायों में आईटीआई पाठ्यक्रम और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय पॉलिटेक्निक डिप्लोमा शामिल है। इस पहल का उद्देश्य कैदियों को वर्तमान उद्योग की मांगों के अनुरूप रोजगारपरक कौशल से परिपूर्ण करना है।