Edited By Shivam, Updated: 06 Dec, 2019 09:40 PM
हरियाणवी संस्कृति विरासत को सहेज कर रखने का काम कर रही है। जिसकी झलक अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में देखी जा सकती है। धर्मनगरी में हरियाणवी संस्कृति पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केंद्र बन रही है। हरियाणवी पवेलियन में महिला मटका दौड़ का आयोजन...
कुरूक्षेत्र (रणदीप रोड़): हरियाणवी संस्कृति विरासत को सहेज कर रखने का काम कर रही है। जिसकी झलक अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में देखी जा सकती है। धर्मनगरी में हरियाणवी संस्कृति पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केंद्र बन रही है। हरियाणवी पवेलियन में महिला मटका दौड़ का आयोजन किया गया, जिसमें सिर पर मटका रखकर महिलाओं ने मटके को बिना हाथ लगाए दौड़ लगाई, जो काफी अद्भुत प्रदर्शन रहा।
इस पुरातन जीवनशैली को देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी। दौड़ में शामिल बुजुर्ग महिलाओं में उत्साह देखते ही बनता है। मटका दौड़ में बुजुर्ग महिलाओं में ऐसा संतुलन रहा कि मटके को महिलाओं ने हाथ भी नहीं लगाया, तब पर भी मटका टस से मस नहीं हुआ। पुरातन हरियाणवी जीवनशैली को जीवंत रखने का काम कर रही हरियाणवी विरासत पवेलियन को पर्यटक खूब सराह रहे हैं।