हरियाणा विधानसभा सत्र LIVE: गन्ने के दाम बढ़ाने को लेकर विपक्ष का हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने सदन से किया वॉकआउट

Edited By Gourav Chouhan, Updated: 28 Dec, 2022 04:26 PM

third day of winter session of haryana vidhan sabha 29

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कौशल रोजगार निगम को लेकर जवाब दिया। इस दौरान सीएम मनोहर लाल और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा आमने सामने आ गए।

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी):  हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन का कार्यवाही जारी है। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सीएम मनोहर लाल के बीच हुई शायरी के बाद हुड्डा ने गन्ने के भाव में बढ़ोतरी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पंजाब के बराबर दाम भी किसानों को नहीं दे रही है। वहीं मुख्यमंत्री ने भी इस पर जवाब दिया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस विधायकों के साथ यह कहते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया कि जब सरकार गन्ने के दाम नहीं बढ़ा सकती तो उनका सदन की कार्यवाही में बैठने का कोई फायदा नहीं है। 


तीसरे दिन की कार्यवाही की बड़ी अपडेट्स

 

  • नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार के सामने मांग रखते हुए कहा कि हरियाणा के किसानों के हित के लिए गन्ने के भाव में बढ़ोतरी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब भी गन्ने के भाव हम से ज्यादा दे रहा है। हुड्डा ने कहा कि राज्य के किसानों को पंजाब के बराबर गन्ने के भाव मिलने चाहिए। इस पर सीएम ने कहा कि वह एक कमेटी बनाने की घोषणा कर रहे हैं, जो 15 दिन में इस मामले का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद ही सरकार गन्ने का भाव बढ़ाने को लेकर फैसला लेगी। इसके बाद हुड्डा ने जोर देकर मुख्यमंत्री से पूछा कि गन्ने का भाव बढ़ाएंगे या नहीं। मुख्यमंत्री ने मना किया तो हुड्डा ने कांग्रेसी विधायकों के साथ सदन की कार्यवाही की बहिष्कार करते हुए वॉकआउट कर दिया। 

 

  • अभय चौटाला के वॉकआउट करने के बाद नेता प्रतिपक्ष और सीएम मनोहर लाल के बीच शायरी वार शुरू हो गया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह कहते हुए इस पर सीएम और पूर्व सीएम के बीच शायरी का दौर हो गया। नेता प्रतिपक्ष ने यह कहा, "चमन को सींचने में कुछ पत्तियां झड़ गई होंगी, यही इल्जाम लग रहा है हम पर बेवफाई का, चमन को रौंद डाला जिन्होंने अपने पैरों से, वही दावा कर रहे हैं इस चमन की रहनुमाई का। " इसके बाद दोनों ओर से एक के बाद एक कई शायरी आई और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंत में कहा कि, "मेरी खामोशियों का लिहाज कीजिए, मेरे लफ्ज आप से बर्दाश्त नहीं होंगे।" 

 

  • इस बीच विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इतनी ही देर में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता सदन में वापस आ गए और उन्होंने विधायकों को शांत करवाने की कोशिश की। इस बीच नेता प्रतिपक्ष समेत कांग्रेसी विधायकों ने विरोध जताया। काफी देर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा होता रहा। इसके बाद स्पीकर ने अभय चौटाला का ध्यानाकर्षण प्रस्ताव नामंजूर कर दिया गया। इससे नाराज अभय चौटाला ने सदन का वॉकआउट कर दिया। 

 

  • किसानों पर दर्ज मुकदमों को लेकर चर्चा करने के लिए इनेलो विधायक अभय चौटाला और कांग्रेस के विधायकों ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया था।  उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस मुद्दे पर चर्चा करने से मना कर दिया कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसके बाद अभय चौटाला और कांग्रेस विधायकों ने चर्चा को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। बात इतनी बढ़ गई कि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस नेता रघुवीर सिंह कादियान, किरण चौधरी, बीबी बतरा ने डिप्टी स्पीकर गंगवा पर हमला बोल दिया। विधायक कादियान ने तो डिप्टी स्पीकर पर सरकार के षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप लगाया। विरोध करते हुए अभय चौटाला बेल में पहुंच गए। इस बीच गृह मंत्री ने हंसते हुए कहा कि अभय जी, आपको दादा बनने की मुबारक हो। 

 

  • तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने शून्यकाल में बोलते हुए सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में किसानों को डीएपी व खाद की भारी किल्लत के चलते परेशान होना पड़ा। दादरी में भी किसान सुबह से शाम तक खाद लेने के लिए लाइनों में लगे रहे। इसके बावजूद कृषि मंत्री कहते हैं कि प्रदेश में डीएपी व खाद की कोई कमी नहीं है। किरण चौधरी ने कहा कि अगर खाद की कमी नहीं हो तो क्या सरकार ने खाद की कालाबाजारी करवाई है। 

 

  • डबवाली से कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने उनके विधानसभा क्षेत्र को कालांवाली के साथ जोड़कर नया जिला बनाने की मांग को एक बार फिर से दोहराया। सिहाग ने कहा कि वे 14 वीं विधानसभा में लगातार इसे लेकर आवाज उठा रहे हैं। विधायक ने कहा कि उनकी विधानसभा में नशा पैर पसारता जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि डबवाली की सीमा दो राज्यों पंजाब व राजस्थान से लगती है। इसलिए डबवाली और कालांवाली को जोड़कर एक जिला या पुलिस जिला बना देना चाहिए। इससे पहले भी विधायक ने मुख्यमंत्री के सामने यह मांग उठाई थी। कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार उनकी इस मांग को इसलिए नहीं मान रही क्योंकि उन्हें लगता है कि यदि यह जिला बन गया तो अमित सिहाग को राजनीतिक फायदा होगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अब भी इस मांग को नहीं मानती तो सरकार को जन आंदोलन का सामना करना पड़ेगा।

 

  • नीलोखेड़ी से निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर ने पंचायतों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए बीडीओ ऑफिस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दो साल तक पंचायतों में सरपंच नहीं थे। इसलिए इस दौरान पंचायत की जमीन की बोली के रूपए बीडीओ के पास ही जाते थे। उन्होंने कहा कि बीडीओ ने गांव में कोई काम नहीं करवाया। गोंदर ने कहा कि बीडीओ से पंचायती फंड का हिसाब लिया जाना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने पंचायतों में 20 लाख रुपए के काम टेंडर के जरिए करवाने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि सरकार को सरपंचो को उनका अधिकार वापस देना चाहिए।

 

  • आदमपुर से विधायक भव्य बिश्नोई ने शून्यकाल में खराब फसलों की एवज में किसानों को मुआवजा देने समेत कई मांगों को लेकर मांग उठाई। इसी के साथ उन्होंने बालसमंद में कॉलेज बनवाने की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि कॉलेज बनवाने के लिए जमीन भी तय हो चुकी है। इसलिए इस कॉलेज का निर्माण जल्द ही शुरू होना चाहिए। भव्य ने कहा कि क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि इस कॉलेज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के नाम पर रखा जाना चाहिए। 

 

  • महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह ने शून्य काल में बोलते हुए प्रदेश सरकार के सबका साथ सबका विकास के नारे पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी विधायकों को अपने हलके में विकास करवाने के लिए 5-5 करोड़ रुपए की ग्रांट देने की बात कही थी। उनके जिले के तीनों भाजपा विधायकों को इस ग्रांट का पैसा मिल चुका है, जबकि उन्हें 5 करोड़ रुपए की राशि अब तक नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार को सभी विधायकों को समान समझना चाहिए। 

 

  • विधानसभा सत्र में पहली बार हिस्सा ले रहे भव्य बिश्नोई ने विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की दिक्कत को दूर करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि उनके सूबे के कई गांव में पीने की पानी को लेकर तुरंत काम करने की आवश्यकता है। उनके सवाल पर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने भी पहली बार सवाल पूछने पर उनकी तारीफ की।

 

  • कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने सदन में सिवरेज और खुले में हुए जलभराव से हुई मौतों को लेकर सवाल पूछा। इस पर मंत्री कमल गुप्ता ने बताया कि फरीदाबाद में तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि शहर में अकेले क्यूआरजी अस्पताल सीवरेज की सफाई करने के दौरान 4 सीवरमैनों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि मंत्री कमल गुप्ता द्वारा सदन में दी गई जानकारी गलत है। इस पर स्पीकर गुप्ता ने कहा कि सदन में सभी मंत्री सही जानकारी दें। साथ ही यह भी कहा कि जो भी अधिकारी सदन में गलत जानकारी दे रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे अन्य अधिकारी भी सबक ले सकें।

 

  • बाढड़ा से जजपा विधायक नैना चौटाला ने अपने विधानसभा क्षेत्र में अध्यापकों की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि खुद की सरकार होते हुए भी उन्हें यह कहने में शर्म आ रही है कि उनके हलके में शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है। नैना चौटाला ने कहा कि हंसावास के सरकारी स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है। पूरे स्कूल को सिर्फ एक प्रिंसिपल संभाल रहे हैं। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हंसावास के स्कूल में तो 4 अध्यापकों के पद स्वीकृत हैं और मौजूदा समय में वहां 5 शिक्षक कार्यरत हैं। इसके बाद पता चला कि दरअसल नैना चौटाला हंसावास कलां की बात कर रही हैं और शिक्षा मंत्री हंसावास की जानकारी दे रहे थे। इस पर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि यदि सवाल हंसावास कलां को लेकर पूछा गया है तो जानकारी हंसावास के स्कूल को लेकर क्यों दी गई है। उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा दी गई जानकारी और शिक्षा मंत्री द्वारा रिपोर्ट में दी गई में अंतर है। इसलिए सदन में पेश की गई रिपोर्ट में गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर शिक्षा मंत्री गुर्जर ने भी कहा कि वे इसकी जांच कराएंगे।

 

  • नीलोखेड़ी से निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर ने मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार तरावड़ी में पृथ्वीराज चौहान के नाम से बनाए जाने वाले स्मारक को स्थगित करने को लेकर सवाल पूछा। इसके जवाब में मंत्री कमल गुप्ता ने बताया कि इस मेमोरियल के निर्माण के लिए उपयुक्त जगह न मिलने पर करनाल डीसी द्वारा इसे स्थगित किया गया है। वहीं विधायक गोंदर ने कहा कि वहां काफी जमीन पर लोगों ने कब्जा कर रखा है और हाईकोर्ट ने उस जमीन को कब्जा मुक्त करवाने का आदेश भी जारी किया हुआ है। इस पर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने भी मंत्री कमल गुप्ता को कहा कि कोर्ट के आदेश को मानते हुए सरकार को इस जमीन को कब्जा मुक्त करवाना चाहिए।

 

दूसरे दिन की कार्यवाही में हावी दिखा विपक्ष

 

  • कौशल रोजगार निगम को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद सदन में एक बार फिर से उस वक्त हंगामा हो गया, जब शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर एक टिप्पणी कर दी। दरअसल गुप्ता ने कहा कि सरकार ने 31 दिसंबर तक प्रॉपर्टी टैक्स भरने पर मिल रही छूट को लेकर होर्डिंग लगाए हुए थे। कांग्रेस नेताओं ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन पोस्टरों को फाड़ दिया और होर्डिंग के ऊपर यात्रा के पोस्टर लगा दिए। मंत्री की इस बात पर सदन में हंगामा शुरू हो गया। कुछ कांग्रेसी विधायक बेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस पर कमल गुप्ता और कुछ अन्य भाजपा विधायकों ने भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए। विधानसभा स्पीकर ने मुश्किल से दोनों पक्षों को शांत करवाया। स्पीकर गुप्ता ने मंत्री कमल गुप्ता को हिदायत देते हुए कहा कि पोस्टर फाड़ने के मुद्दे को लेकर कानूनी प्रक्रिया अपनाओ, सदन में इस पर चर्चा नहीं की जा सकती। 

  • सत्र के दूसरे दिन पर की कार्यवाही जारी है। इस दौरान कौशल रोजगार निगम में भर्ती प्रक्रिया को लेकर जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कौशल रोजगार निगम को लेकर जवाब दिया। इस दौरान सीएम मनोहर लाल और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा आमने सामने आ गए। इस दौरान बात इतनी बढ़ गई कि कांग्रेस नेताओं ने सदन के वॉकआउट कर दिया, हालांकि कुछ देर बाद नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस विधायकों के साथ सदन में वापस लौट आए।

 

  • महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने शून्यकाल के दौरान पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पड़ोसी राज्यों ने ओल्ड पेंशन स्कीम को फिर से लागू करने के फैसले पर मुहर लग गई है। प्रदेश सरकार को भी पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करना चाहिए। इसी के साथ कुंडू ने अपने हलके में जलभराव से खराब हुई फसलों के मुआवजे का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि इससे पहले वाले सत्र में भी उपमुख्यमंत्री ने समय पर मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन इसके बावजूद अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है। इसी के साथ विधानसभा की कई मांगों को लेकर बलराज कुंडू ने आवाज उठाई।

 

  •  गांव में विकास कार्य करवाने के लिए सरपंच की पावर को 20 लाख रुपए से घटाकर 2 लाख रुपए करने का मुद्दा सदन में जमकर गूंजा। जजपा विधायक जोगीराम सिहाग और कालांवाली से कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि यह फैसला बिल्कुल गलत है। जोगीराम सिहाग ने कहा कि सरपंचों का पावर को बढ़ाना चाहिए। इसी के साथ 2 लाख रुपए से ज्यादा के विकास कार्यों के लिए ई- टेंडरिंग के जरिए ठेकेदार को टेंडर देने को भी उन्होंने गलत बताया।  शीशपाल केहरवाला ने भी सरपंचों की पावर को बढ़ाकर 20 लाख रुपए करने की मांग की।   

 

  • प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली स्कोलरशिप को लेकर तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने सदन में मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अधिकतर छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं दी जा रही है। इसके चलते कई बच्चों को पढ़ाई जारी रखने में परेशानी हो रही है। कांग्रेस विधायक के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि छात्रवृत्ति के लाभार्थी विद्यार्थियों के लिए पोर्टल की शुरूआत की गई है। इस पर किरण चौधरी ने कहा कि ये पोर्टल ज्यादा समय काम ही नहीं करते। इस वजह से बच्चे परेशान होते फिरते हैं। इस बीच नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी ऑनलाइन पोर्टल को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार एक के बाद एक नए पोर्टल जारी कर रही है। इस पर स्पीकर गुप्ता ने कहा कि समय के साथ टेक्नोलॉजी को तो अपनाना पड़ेगा।

 

  • नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सत्र के दूसरे दिन भी खेत में हुए जलभराव का मुद्दा उठाया। इसी के साथ उन्होंने पूछा कि खराब फसलों की गिरदावरी होने के बावजूद भी अब तक किसानों को फसलों का मुआवजा नहीं दिया गया है। इस सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जवाब देते हुए बताया कि पंचायत चुनाव के चलते प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई थी। इस कारण खरीफ फसलों का मुआवजा देने में समय लग रहा है। इसी के साथ उपमुख्यमंत्री ने बताया कि साल 2022 में खराब हुई रबी की फसलों के मुआवजे के लिए पहले ही सरकार द्वारा 109 करोड़ रूपए जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अकेले मेवात क्षेत्र में ही मुआवजा राशि के रूप में 32.26 करोड़ जिले में पहुंच गए हैं।

 

  • सत्र के दौरान परिवार पहचान पत्र में दिखाई गई सालाना इनकम के आधार पर बीपीएल कार्ड बनाने की योजना को लेकर भी सदन में सवाल पूछा गया। इस सवाल पर जवाब देते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 1.80 लाख रुपए आय वाले परिवारों की वेरिफिकेशन के लिए सरकार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि वेरिफिकेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है।  उन्होंने बताया कि वेरिफिकेशन के बाद बड़ी संख्या में नए लाभार्थियों को बीपीएल कार्ड का लाभ मिलेगा। एक जनवरी से ऐसे परिवारों के राशन कार्ड बनाए जाएंगे।  

 

  • इसराना से कांग्रेस विधायक बलबीर सिंह ने अपनी विधानसभा में खराब सड़कों की मरम्मत को लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से सवाल पूछा। डिप्टी सीएम ने इस सवाल के जवाब में कहा कि पांच सड़कों पर पहले ही काम चल रहा है। बाकी सड़कें विधायक को मिलने वाले 25 करोड़ की राशि के तहत करवाया जाएगा। डिप्टी सीएम के जवाब से विधायक संतुष्ट नहीं हुए और पूछा कि डिप्टी सीएम यह बताएं कि यहां काम कब तक हो जाएगा। इसके बाद स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने भी अपने हलके की सड़कों का जिक्र करते हुए इस विषय पर चर्चा की।

 

  • अंबाला शहर से भाजपा विधायक असीम गोयल ने मस्कुलर डिस्ट्रोफी(पेशीय दुर्विकास) से पीड़ित बच्चों को आर्थिक सहायता देने को लेकर सरकार से सवाल पूछा। उन्होंने कई राज्यों का उदाहरण देते हुए हरियाणा में भी ऐसे मरीजों के लिए पॉलिसी बनाने और इस बीमारी से पीड़ित बच्चों के लिए पेंशन शुरू करने की अपील की। इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जवाब देते हुए बताया कि यह दुर्लभ बीमारी है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से ऐसे मरीजों के इलाज के लिए केंद्र सरकार ने योजना चला रखी है। इसी के साथ विज ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा ऐसे बच्चों को प्रतिमाह 2500 रूपए पेंशन दी जा रही है। 

 

  • सत्र की शुरुआत पानीपत में कूड़ा उठान के लिए बनाए गए सेकेंडरी पॉइंट को लेकर हुई। विधायक प्रमोद विज द्वारा उठाए गए मुद्दे पर शहरी स्थानीय एवं आवासीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता ने जवाब दिया। 

 

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