Edited By Yakeen Kumar, Updated: 26 Nov, 2024 07:26 PM
हरियाणा में नायब सैनी पार्ट-2 की सरकार के गठन के बाद मंत्रियों को अलॉट हुए कमरों में रंग रोगन तथा उन्हें सुसजज्ता प्रदान करने का काम आजकल जोरों से चल रहा है। 15वीं विधानसभा के गठन के बाद..
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : हरियाणा में नायब सैनी पार्ट-2 की सरकार के गठन के बाद मंत्रियों को अलॉट हुए कमरों में रंग रोगन तथा उन्हें सुसजज्ता प्रदान करने का काम आजकल जोरों से चल रहा है। 15वीं विधानसभा के गठन के बाद हालांकि शीतकालीन सत्र के दौरान मंत्री अपने-अपने कार्यालय में बैठकर कामकाज शुरू कर चुके हैं। इस दौरान उन्हें कार्यालय में दिखाई दी कमियों और अन्य व्यवस्थाओं को दूर करने के लिए संबंधित विभाग को बोल दिया था। अब विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर मंत्रियों के कार्यालय में रंग रोगन और सजावट का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिससे मंत्रियों के अलावा वहां अपने काम के सिलसिले में आने वाले लोगों को भी अच्छा महसूस हो सके।
गौरतलब है कि नायब सैनी पार्ट 2 में 17 अक्टूबर 2024 को मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खुद सभी मंत्रियों को उनके कार्यालय में जाकर पदभार ग्रहण करवाया था। हालांकि मंत्रियों में विभागों का बंटवारा 20 अक्टूबर को किया गया था। हरियाणा सचिवालय की आठवीं मंजिल पर हमेशा सबसे ज्यादा भीड़ रहती है, लेकिन फिलहाल मंत्रियों के चंडीगढ़ में नहीं होने और कार्यालयों में रंग रगोन का कार्य होने के कारण इस मंजिल पर फिलहाल कुछ ही लोग नजर आ रहे हैं। हालांकि मंत्रियों के सचिवालय में आने पर सबसे अधिक भीड़ यहीं पर देखाई देगी।
हरियाणा का केवल 40 प्रतिशत हिस्सा
किसी समय में पंजाब का हिस्सा रहे हरियाणा के गठन एक नवंबर 1966 के बाद पंजाब विधानसभा के साथ ही हरियाणा विधानसभा के लिए भी स्थान तय किया गया। ऐसे में यहां पर 60 प्रतिशत हिस्सा पंजाब और 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा को दिया गया। मौजूदा समय में एक ही स्थान पर हरियाणा और पंजाब के सचिवालय है, जहां से दोनों राज्यों का शासन चलता है। हरियाणा के मंत्री परिषद में मुख्यमंत्री समेत कुल 14 सदस्य हैं।
नए विधानसभा परिसर के निर्माण की तैयारी
चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा का नया भवन बनने का रास्ता साफ हो गया है। विधानसभा भवन के निर्माण को लेकर सेंसिटिव जोन को लेकर जो रुकावटें थी, उन्हें दूर कर दिया गया है। हरियाणा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने चंडीगढ़ में ही प्रदेश के नए विधानसभा भवन के निर्माण के प्रयास शुरू किए थे। जुलाई 2022 में जयपुर में एनजेडसी की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधानसभा की नई बिल्डिंग के लिए चंडीगढ़ में जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
नई विधानसभा के लिए चंडीगढ़ की ओर से रेलवे स्टेशन से आईटी पार्क को जाने वाली सड़क के पास 10 एकड़ जमीन दी जा रही है। बदले में हरियाणा से 12 एकड़ जमीन ली जाएगी। जो मनसा देवी कांप्लेक्स के पास 12 एकड़ जमीन है यह इको सेंसटिव जोन में आती है। जिस पर केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर बदलाव कर दिए हैं,जिसके तहत अब जमीन में जो रुकावट थी वह दूर हो गई है अब प्रशासन को आसानी से यह जमीन ट्रांसफर की जा सकती है और प्रशासन भी रेलवे स्टेशन के पास विधानसभा की जमीन हरियाणा सरकार को ट्रांसफर कर देगा। अब मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण की ओर से भी हरियाणा के नए विधानसभा भवन को लेकर अपनी ओर से तमाम कोशिश शुरू कर दी गई है।