Edited By Isha, Updated: 21 Nov, 2024 05:32 PM
देश में आजकल एक ठगी का नया तरीका चल निकला है, जिसके माध्यम से सीबीआई , ई डी के अधिकारी बनकर लोगों को डरा धमका कर उनसे पैसे वसूले जाते हैं। ऐसा ही एक अलग तरह का मामला यमुनानगर में सामने आया है,
यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): देश में आजकल एक ठगी का नया तरीका चल निकला है, जिसके माध्यम से सीबीआई , ई डी के अधिकारी बनकर लोगों को डरा धमका कर उनसे पैसे वसूले जाते हैं। ऐसा ही एक अलग तरह का मामला यमुनानगर में सामने आया है, जिसमें एक महिला को 10 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया।
यमुनानगर की महिला ने साइबर थाना पुलिस में दी शिकायत में बताया कि 9 नवंबर को उनके पास एक कॉल आया कि हम सीबीआई वाले बोल रहे हैं। आपका आधार कार्ड पर एक सिम जारी हुआ है, जिसमें अकाउंट खोलकर 68 करोड़ की हेरा फेरी की गई है । इसलिए आपको इसमें गिरफ्तार किया जाता है ।
अधिकारी ने कहा कि आप डिजिटल अरेस्ट होना चाहते हैं या फिजिकल तो, महिला ने डिजिटल अरेस्ट होने की बात कही, जिस पर सीबीआई बने पुलिस अधिकारियों ने उन्हें वीडियो कॉल ऑन रखने की आदेश दिए और कहीं भी आने जाने पर पाबंदी लगा दी ।अगर वह बैंक में गई तो उस दौरान भी वीडियो कॉल ऑन रुखी गई।
9 नवंबर से 19 नवंबर तक लगातार यह सिलसिला जारी रहा और इस दौरान कुल 13 लाख से अधिक की राशि सीबीआई के अधिकारी बने लोगों ने विभिन्न अकाउंट में ट्रांसफर करवा दी। इसके लिए बाकायदा सीबीआई के लेटर हेड पर उन्हें व्हाट्सएप पर लेटर भी भेजा गया। साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया। इसके बाद उन्होंने तुरंत उस ट्रांजैक्शन को सीज करने के लिए विभिन्न बैंकों और अन्य सिस्टम से अनुरोध किया।
साइबर थाना प्रभारी में लोगों से अपील की कि वह डिजिटल अरेस्ट अथवा अन्य ऐसे किसीभी नए तरह के फ्रॉड को लेकर किसी झांसे में ना आए और इसकी सूचना तुरंत पुलिस अथवा साइबर थाना को दें। उन्होंने बताया कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई नियम नहीं है ,अभी सीबीआई ईडी अधिकारी बनकर अपने आप को ऑफिस में दिखाकर वीडियो कॉल के माध्यम से इस तरह के ब्लैकमेल के मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें डॉक्टर रिटायर्ड कर्मचारियों अधिकारियों को टारगेट किया जाता है, ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।