Edited By Yakeen Kumar, Updated: 01 Jan, 2025 04:59 PM
भाजपा पदाधिकारियों की ओर से रतिया के तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। जो कि बाद सरकार ने तहसीलदार विजय कुमार को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय महेंद्रगढ़ उपायुक्त कार्यालय रहेगा।
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : भाजपा पदाधिकारियों की ओर से रतिया के तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। जो कि बाद सरकार ने तहसीलदार विजय कुमार को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय महेंद्रगढ़ उपायुक्त कार्यालय रहेगा। राजस्व एवं आपदा विभाग के वित्त आयुक्त एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की ओर से तहसीलदार विजय कुमार के निलंबन आदेश जारी किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों भाजपा के जिला सचिव कुलवंत सैनी व अन्य पदाधिकारियों ने रतिया तहसीलदार विजय कुमार पर भ्रष्टाचार और अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाए थे। कुछ समय पहले रतिया दौरे पर आए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली के समक्ष भी मामले को रखा गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अधिकारियों से भरी बैठक में जिला महामंत्री अशोक जाखड़ ने भी तहसीलदार की शिकायत की थी। उसी कांफ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने डीसी मनदीप कौर को मामले की जांच रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद डीसी ने जिला राजस्व अधिकारी श्यामलाल से जांच करवा कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी थी। पहले डीसी मनदीप कौर ने रजिस्ट्री क्लर्क मुकेश कुमार को निलंबित किया था। अब प्रदेश सरकार ने तहसीलदार को निलंबित कर दिया है।