Edited By Nitish Jamwal, Updated: 23 Jun, 2024 07:53 PM
हरियाणा के मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भाजपा सरकार को अल्पमत में बता रहें हैं,दूसरी तरफ कांग्रेस के पास विधायकों की कमी के कारण राज्यसभा चुनावों से भाग रहे हैं।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भाजपा सरकार को अल्पमत में बता रहें हैं,दूसरी तरफ कांग्रेस के पास विधायकों की कमी के कारण राज्यसभा चुनावों से भाग रहे हैं।
हुड्डा के आरोपों का कड़ा जवाब दिया है। सुदेश कटारिया ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने बचे हुए पात्र बीपीएल परिवारों को सौ-सौ गज के प्लाट आवंटित कर दिए हैं। जिन गरीबों को यह प्लाट नहीं मिले हैं, उनके खातों में एक-एक लाख रुपये डाले जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने कार्यकाल में बीपीएल परिवारों को प्लाट देने की सिर्फ घोषणा की थी। हजारों लोग ऐसे थे, जिन्हें प्लाटों पर पोजीशन और रजिस्टरी नहीं मिली।
सुदेश कटारिया ने कहा कि अधिकतर पात्र बीपीएल परिवारों के लोगों को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने और अब बाकी बचे हुए लोगों को मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्लाट देने का काम किया है। इससे हुड्डा को तकलीफ हो रही है। हुड्डा नहीं चाहते कि भाजपा सरकार में गरीब और जरूरतमंद लोगों फले-फूलें। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अपने कार्यकाल में हुड्डा ने सिर्फ प्रापर्टी डीलिंग का काम किया है। कांग्रेस की सरकार सिर्फ पूंजीपतियों व बिल्डरों की सरकार थी, लेकिन भाजपा की सरकार जन-जन की और गरीब की सरकार है।
चीफ मीडिया कार्डिनेटर ने कहा कि कांग्रेस का काम हमेशा लोगों को धोखा देना और उनके साथ छलावा करने का है। गांवों के लोग और दलित भोले होते हैं। कांग्रेस ने उनके दिलों में यह डर बैठा दिया कि भाजपा अगर सत्ता में आई तो वह आरक्षण और संविधान खत्म कर सकती है, जबकि वास्तविक रूप से भाजपा ही वह पार्टी है, जिसकी सरकार ने आरक्षण दिया, बैकलाग पूरा किया और संविधान की संरक्षा करने का काम किया है। इसलिए कांग्रेस के बहकावे में किसी को आने की जरूरत नहीं है। सुदेश कटारिया ने कहा कि पूर्व की हुड्डा सरकार ने सरकारी नौकरियों को बेचने का काम किया है, जबकि भाजपा सरकार में मिशन मैरिट के तहत योग्य व प्रतिभावान युवाओं को उनकी काबिलियत के हिसाब से नौकरियां दी गई हैं।