Edited By Nitish Jamwal, Updated: 02 Jul, 2024 06:27 PM
पिछले कईं दिनों से संविधान बचाने की आड़ में दलित समाज को गुमराह कर रही कांग्रेस को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के चीफ मीडिया कॉ-ऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया ने बड़ा खुलासा किया है।
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): पिछले कईं दिनों से संविधान बचाने की आड़ में दलित समाज को गुमराह कर रही कांग्रेस को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के चीफ मीडिया कॉ-ऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आत्मा पर कुठाराघात किया है। उन्होंने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि वह कोई एक काम बता दें, जो उसने बाबा साहब के लिए किया है। कटारिया ने आरोप लगाया कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू हमेशा डॉ. अंबेडकर के लिए मुश्किलें खड़ी करते रहे। 1951 में कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद बाबा साहब ने 1952 में लोकसभा का आम चुनाव लड़ा था। उस समय कांग्रेस ने ना केवल उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा, बल्कि खुद नेहेरू ने उनके खिलाफ चुनाव प्रचार भी किया। कांग्रेस ने बाबा साहब को चुनाव हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। इसके बाद बाबा साहब ने 1954 में भंडारा सीट से लोकसभा का उपचुनाव लड़ा। इस पर फिर से कांग्रेस ने उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा और बाबा साहब को लोकसभा पहुंचने से रोक दिया। उस समय केवल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ही बाबा साहब का साथ दिया और वह राज्यसभा में पहुंचे। बाद में डॉ. मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की, जो आज बीजेपी के रूप में काम कर रही है।
कोई एक काम बताए कांग्रेस
सुदेश कटारिया ने कहा कि कांग्रेस कोई एक ऐसा काम बता दें, जो उसने बाबा साहब के लिए किया हो। उनकी माने तो कांग्रेस जवाब देने के नाम पर केवल झूठ बोलने का काम कर रही है। अब कांग्रेसियों को दलित समाज को गुमराह करने के लिए संविधान बचाओं का पाखंडवाद और छल कपट फैलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है, लेकिन वह अपने इन मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएंगे। कांग्रेस ने दशकों तक बाबा साहब को भारत रत्न देने से इंकार किया। बीजेपी समर्थिक वीपी सिंह की सरकार बनने पर ही ये संभव हो पाया। मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अप्रैल 2018 को 26 अलीपुर रोड पर डॉ. अंबेडकर नेशनल मेमोरियल का शुभारंभ किया। यहीं पर 6 दिसंबर 1956 को बाबा साहब ने अंतिम सांस ली थी।