Edited By vinod kumar, Updated: 17 Feb, 2020 05:01 PM
पंजाब के तरनतारन की एक युवती विदेश जाने की चाहत में बुरी तरह फंस गई। सऊदी अरब के हफुफ शहर में 24 साल की यह युवती एक बार नहीं बार-बार ठगी गई। उसे पहले ट्रेवल एजेंट.....
यमुनानगर : पंजाब के तरनतारन की एक युवती विदेश जाने की चाहत में बुरी तरह फंस गई। सऊदी अरब के हफुफ शहर में 24 साल की यह युवती एक बार नहीं बार-बार ठगी गई। उसे पहले ट्रेवल एजेंट ने सिंगापुर की बजाय सऊदी अरब भेज दिया और वहां पहुंच कर उसका जीवन नरक बन गया। वहां एक महिला ही उसकी दुश्मन बन गई। हर तरीके से उसका शोषण हुआ। महिला के स्वजनों ने उसकी जिंदगी बदतर बना दी। इसके बाद हरनेक हेल्पलाइन उसके लिए मसीहा बनी और उसे दरिंदों के चंगुल से निकालकर रियाद स्थित भारतीय दूतावास में पहुंचाया।
भारतीय दूतावास में सुरक्षित पहुंचाया, सिंगापुर की बजाय भेज दिया था सऊदी अरब
बता दें कि हरनेक रंधावा मूल रूप से यमुनानगर के गांव थाना छप्पर के निवासी हैं। वह लंबे समय से कनाडा में रहते हैं। वे विदेश में रहते हुए हेल्पलाइन के माध्यम से भारतीयों की मदद करते हैं। हरनेक रंधावा के अनुसार पीडि़त युवती ने बताया कि वह सिंगापुर में नौकरी के लिए जाना चाहती थी। युवती ने इसके लिए ट्रेवल एजेंट से संपर्क किया। एजेंट ने उसे सुरक्षित विदेश में भेजकर अच्छी कमाई का सब्जबाग दिखाया। एजेंट ने उससे मोटी रकम भी ऐंठ ली। एजेंट ने 28 अगस्त 2019 को उसे सिंगापुर की जगह सऊदी अरब भेज दिया गया। वहां एजेंट ने उसे एक वृद्ध महिला के हाथों बेच दिया।
रंधावा के अनुसार, युवती ने बताया कि एजेंट ने उसे महिला के यहां नौकरी की बात बताई। वहां वह महिला उसके साथ बुरा बर्ताव करती थी। वह उसे भरपेट खाना तक नहीं देती थी। जब तनख्वाह मांगी तो जवाब मिला तनख्वाह कैसी, मैंने तो तुमको खरीदा है। वृद्ध महिला के पोते व रिश्तेदार उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाते थे। एक दिन पीडि़त लड़की ने मौका पाकर फाेन कर अपनी आपबीती पंजाब में अपने परिजनों को बताई। परिजनों ने हरनेक रंधावा संपर्क किया।
ऐसे छुड़ाई गई चंगुल से
रंधावा ने बताया कि इस लड़की को वहां से छुड़ाने की पूरी योजना बनाई गई। उन्हाेंने सऊदी अरब के रियाद शहर में रह रहे चमकौर साहिब के जसबीर बैंस से संपर्क किया। जसबीर वहां ट्राला चलाता है। फिर बैंस ने हफूफ में रह रहे पंजाब के गुरुदेव व गुरसेवक से संपर्क साधा। यह युवती हफूफ शहर में एक मकान में दूसरी मंजिल पर बंधक थी।
वहां रंधावा के आदमी के पहुंचने के बाद युवती को फोन पर कॉल कर बताया गया कि एक लाल टोपी वाला युवक नीचे है। उसके पीछे-पीछे आ जाना। यह लाल टोपी बैंस ने लगाई हुई थी। इस प्रकार वह लड़की बुर्का डालकर जसबीर बैंस के पीछे-पीछे करीब आधा किलोमीटर चली आई। इसके बाद गुरुदेव व गुरसेवक ने उसे कार से 10 किलोमीटर दूर खड़े ट्राले तक पहुंचाया। इस ट्राले से बैंस उसे लेकर रियाद शहर में भारतीय दूतावास पहुंचा।
हरनेक की अपील- अपनी बेटियों को अरब देशों में नौकरी के लिए न भेजें
हरनेक रंधावा ने भारतीयों से अपील की है कि अपनी बेटी को अरब देश में नौकरानी के काम के लिए कतई न भेजें। उनके पास लगातार वहां पर फंसी लड़कियों व महिलाओं के फोन आ रहे हैं। वहां उनके साथ बुरा बर्ताव हो रहा है। उन्होंने भारत सरकार से मांग है कि इस युवती के साथ गलत करने वालों को कड़ी सजा दिलाई जाए। सऊदी अरब में दुष्कर्म की सजा मौत है। उन्होंने भारत सरकार ने विदेश में फंसे लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन शुरू करने की मांग भी की।