Edited By Manisha rana, Updated: 16 Jul, 2025 08:52 AM

हरियाणा में नए डी.जी.पी. के लिए पैनल भेजने की कवायद अब पूरी तरह से खत्म हो गई है। चर्चा है कि सैनी सरकार ने मौजूदा डी.जी.पी. शत्रुजीत कपूर को ही अगले आदेशों तक डी. जी. पी. पद पर बने रहने की हरी झंडी दे दी है।
चंडीगढ़ (अविनाश पांडेय) : हरियाणा में नए डी.जी.पी. के लिए पैनल भेजने की कवायद अब पूरी तरह से खत्म हो गई है। चर्चा है कि सैनी सरकार ने मौजूदा डी.जी.पी. शत्रुजीत कपूर को ही अगले आदेशों तक डी. जी. पी. पद पर बने रहने की हरी झंडी दे दी है। अब वह अपने सेवाकाल यानी 31 अक्तूबर, 2026 तक इस पद पर बने रह सकते हैं।
हालांकि 15 अगस्त को डी.जी.पी. का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने की स्थिति में करीब 2 महीने पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय एम. एच.ए. ने नए पैनल भेजने के लिए हरियाणा सरकार को चिट्ठी भेजी थी लेकिन सरकार की ओर से उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना जरूर हुआ कि प्रक्रिया के तहत गृह विभाग की ओर से एम. एच.ए. के पत्र को मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा गया पर सरकार ने नए पैनल के बजाय मौजूदा डी.जी.पी. को ही रखने पर सहमति जता दी है। फिलहाल सरकार की इस कवायद से डी.जी.पी. बनने का ख्वाब पाले कई आई.पी.एस. अफसरों को झटका लगा है। वहीं नए डी.जी.पी. के लिए अगले वर्ष ही पैनल भेजा जा सकता है जिसमें ए.सी.बी. मुखिया आलोक मित्तल के नए पुलिस महानिदेशक बनने की प्रबल संभावना रहेगी।
15 अगस्त, 2023 को हरियाणा के डी.जी.पी. बने थे शत्रुजीत कपूरः केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नजदीकी अफसरों में शुमार 1990 बैच के आई. पी. एस. शत्रुजीत कपूर को 15 अगस्त, 2023 को प्रदेश का पुलिस महानिदेशक बनाया गया था। कपूर उस समय 1989 बैच के आई.पी.एस. मोहम्मद अकील और डा. आर.सी. मिश्रा की वरिष्ठता को पार करके डी.जी.पी. बने थे। सुप्रीम कोर्ट के एक मामले के तहत डी.जी.पी. का न्यूनतम कार्यकाल 2 वर्ष तय किया गया है जो 15 अगस्त को पूरा हो रहा है। लेकिन सरकार नया पैनल भेजने से परहेज कर रही है।
कपूर की सेवानिवृत्त में अभी 15 महीने का समय है जो 31 अक्तूबर, 2026 को सेवानिवृत्त होंगे। डी. जी. पी. बनाने से पहले सरकार ने कपूर को बिजली निगमों का चेयरमैन भी लगाया गया था जहां उन्होंने बिजली के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया था। यही नहीं कपूर के ए.सी. बी. मुखिया पद पर रहने के दौरान भ्रष्टाचारियों में ए.सी.बी. की खास धमक दिखाई दी थी।
दिसम्बर तक डी.जी. रैंक के 4 अफसर होंगे रिटायर
शत्रुजीत कपूर के डी.जी.पी. पद पर बने रहने से कई आई.पी.एस. अफसरों को इझटका लगा है। खास बात यह है कि डी.जी.पी. बनने की मंशा पाले डी.जी. रैंक के 4 अफसर अगले 6 महीने में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इनमें 1988 बैच के मनोज यादव इसी महीने 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। वह मौजूदा समय में केंद्र सरकार में सेवाएं दे रहे हैं। जबकि 1989 वैच के डी. जी. जेल मोहम्मद अकील 31 दिसम्बर को, 1991 बैच के डी. जी. होमगार्ड आलोक कुमार राय 30 सितम्बर को तथा 1992 बैच के पुलिस आवास निगम के एम. डी. ओ.पी. सिंह 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त होंगे।
आलोक मित्तल सहित 4 ए.डी.जी.पी. अक्तूबर तक होंगे प्रोमोट
दिसम्बर महीने तक डी. जी. रैंक के 4 अफसरों की सेवानिवृत्ति के बाद ए.डी.जी.पी. रैंक के कई अफसरों को डी. जी. पद पाने का मौका मिलेगा। इनमें ए.सी. बी. मुखिया 1993 बैच के आलोक मित्तल और ए. एस. चावला तथा 1994 बैच के नवदीप विर्क और कला रामचंद्रम मुख्य हैं। इनकी पदोन्नति अगले 3 महीने में तय मानी जा रही है। इनके प्रोमोशन के बाद आई. जी. सिवास कविराज सहित कई अफसरों को ए.डी. जी. पी. बनने का भी मौका मिलेगा।
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