Edited By Deepak Kumar, Updated: 12 Nov, 2025 02:10 PM

धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने यात्रा का विरोध करने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमने सिर पर कफन बांध लिया है, जबतक भारत के 150 करोड़ सनातनियों को एकजुट नहीं कर देंगे तबतक चैन से नहीं बैठेंगे।
पलवल (दिनेश कुमार): बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा निकाली जा रही सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा गत मंगलवार को पलवल के सीनियर सेकंडरी स्कूल से शुरू होकर दोपहर में होडल विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश कर गई। पदयात्रा रात्रि विश्राम के लिए गांव मित्रोल में रुकी, जहाँ बाबा के प्रवचन के साथ भजन-कीर्तन का आयोजन भी हुआ।
पदयात्रा के दौरान धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने पदयात्रियों को संबोधित करते हुए सनातन धर्म के अनुयायियों को एकता का आह्वान किया और यात्रा का विरोध कर रहे लोगों को सख्त लहजे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर आज नहीं जागे तो आगे पछताना पड़ेगा और अगर अब जाग गए तो फिर आपके बच्चों को बम की आवाज सुनने को नहीं मिलेगी। अगर आज नहीं जागोगे तो कल तुम्हारे हर मोहल्ले में बम फूटेगा।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने यात्रा का विरोध करने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने पहले टीवी डिबेट में यात्रा का विरोध किया, वे अब (दिल्ली ब्लास्ट के बाद) देशद्रोहियों के खिलाफ बोलते हुए नजर नहीं आ रहे; इससे वे विरोधी बांग्लादेशी बताए गए। शास्त्री ने कहा कि “हमने सिर पर कफन बांध लिया है, जबतक भारत के 150 करोड़ सनातनियों को एकजुट नहीं कर देंगे तबतक चैन से नहीं बैठेंगे।” उन्होंने कहा कि विरोध में इसे “संविधान के खिलाफ” बताया गया, परन्तु उनकी दलील रही कि संविधान में सामाजिक समरसता का भाव निहित है और डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान की रक्षा इस पदयात्रा से हो सकती है।
शास्त्री ने 16 नवंबर को वृंदावन में होने वाले कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि उसी दिन बृजवासियों के साथ तीसरी पदयात्रा की घोषणा की जाएगी और आगे और भी कठोर कदम उठाए जा सकते हैं ताकि “एक ही बार में हिंदू राष्ट्र की विचारधारा स्थापित” हो सके।