Edited By Saurabh Pal, Updated: 26 Jul, 2023 07:45 PM

कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ पर सारा देश कारगिल युद्ध में शहीद हुए अमर शहीदों को याद कर रहा है। देश का हर नौजवान तिरंगा यात्रा निकाल कर शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है। शहीदों को याद करते हुए 28 दिनों से धरने पर बैठे लिपिक कर्मचारियों ने भी...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ पर सारा देश कारगिल युद्ध में शहीद हुए अमर शहीदों को याद कर रहा है। देश का हर नौजवान तिरंगा यात्रा निकाल कर शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है। शहीदों को याद करते हुए 28 दिनों से धरने पर बैठे लिपिक कर्मचारियों ने भी आज शहीदों की याद में शहर में से होते हुए शहीदी चौक तक तिरंगा यात्रा निकाली। इस यात्रा में शहीद की वीरांगनाएं भी शामिल रही। लिपिक कर्मचारियों का कहना है कि आज उनकी 35400 की मांग को लेकर सरकार के साथ बैठक है और उन्हें उम्मीद है कि यह बैठक सकारात्मक रहेगी।
28 दिनों से धरने पर बैठे लिपिक कर्मचारियों ने आज शहर में से तिरंगे झंडे को हाथ में लेकर भारत माता की जय घोष के साथ अमर शहीद के नारे लगाते हुए तिरंगा यात्रा निकाली । लिपिक कर्मचारियों का कहना है कि आज सारा देश उन महान शहीदों को याद कर रहा है, जिन्होंने भारत माता के लिए अपने प्राण निछावर किए। इसीलिए उन्होंने भी आज उन महान शहीदों को याद किया है। उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज सरकार के साथ उनकी बैठक है और उम्मीद है कि इस बैठक का सकारात्मक नतीजा निकलेगा।
लिपिक कर्मचारियों के जिला प्रधान सुभाष पांचाल ने बताया कि वह 28 दिनों से अपनी 35400 की मांग को लेकर लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। इस दौरान सरकार के साथ कई दौर की वार्तालाप भी हो चुकी है, लेकिन हमारी मांगे नहीं मानी गई। सरकार ने खुद माना भी है कि उनकी मांग जायज है फिर भी किसी कारण उनकी मांगे मानी नहीं जा रहीं। उन्हें उम्मीद है कि आज सरकार के साथ होने वाली बैठक में कोई समाधान निकलेगा और उनकी मांगे पूरी की जाएंगी। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर सरकार फिर भी उनकी मांगे पूरी नहीं करती है तो वह है इसी तरह प्रदर्शन जारी रखेंगे।
प्रदर्शन में हिस्सा ले रही कारगिल युद्ध में शहीद की पत्नी मंजू ने बताया कि वह महिला बाल विकास कार्यालय में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। कारगिल युद्ध में उनके पति ने देश के लिए अपने प्राण निछावर किए थे, लेकिन आज उन्हें धरने पर बैठना पड़ रहा है। क्योंकि उनकी मांग वेतन में विसंगति को लेकर है। उन्होंने कहा कि उनकी मांग 35400 की है और सरकार उन्हें जल्द पूरा करे। अन्यथा लिपिक कर्मचारियों का धरना जारी रहेगा।
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