Edited By Yakeen Kumar, Updated: 17 Jan, 2025 08:30 PM
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण पीठासीन अधिकारियों के 85वें अखिल भारतीय सम्मेलन में विधायी कामकाज के अनुभव साझा करेंगे। यह सम्मेलन 20 और 21 जनवरी को बिहार की राजधानी पटना में होगा।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी) : हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण पीठासीन अधिकारियों के 85वें अखिल भारतीय सम्मेलन में विधायी कामकाज के अनुभव साझा करेंगे। यह सम्मेलन 20 और 21 जनवरी को बिहार की राजधानी पटना में होगा। सम्मेलन में संसद और देशभर के विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारी भाग लेंगे।
इस दौरान मुख्य रूप से ‘संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ बनाने में संसद व राज्य विधायी निकायों के योगदान’ पर चर्चा होगी। सम्मेलन में संसदीय कार्यों को और अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाने पर भी व्यापक व सार्थक चर्चा होगी, जो विधायिकाओं के लिए मार्गदर्शिका का काम करेगी।
विस अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने बताया कि इस सम्मेलन में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए सम्मान की बात है। बतौर विधान सभा अध्यक्ष उनका यह पहला अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन है। इस दौरान उन्हें हरियाणा विधान सभा के विधायी कामकाज का अनुभव साझा करने का अवसर मिलेगा। उन्हें उम्मीद है इस कॉन्फ्रेंस से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
हर साल आयोजित होने वाला यह सम्मेलन भारतीय लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है।
इसमें संवैधानिक व लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सशक्त बनाने, संसदीय कार्य प्रणाली में सुधार लाने और विधायिका की पारदर्शिता बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया जाता है। सम्मेलन में राज्यसभा सभापति, उप-सभापति, लोकसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सभी राज्य विधान मंडलों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। यह सम्मेलन विभिन्न राज्यों के बीच अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए बेहतर मंच है। सम्मेलन के उपरान्त बिहार विधान सभा ने पीठासीन अधिकारियों के लिए गया, बोध गया, नालंदा, वैशाली व राजगीर आदि के लिए भ्रमण की योजना बनाई है।
पीठासीन अधिकारी सम्मेलन से पहले देश भर के विधान मंडलों के सचिवों की कॉन्फ्रेंस भी होगी। इसमें ‘विधायी कामकाज की गुणवत्ता सुधारने और कार्य उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी के प्रयोग’ पर मंथन होगा।