Edited By Isha, Updated: 05 Apr, 2020 04:32 PM
लॉकडाउन में रोजी-रोटी का जरिया ही खत्म हो गया है। सब्जी बेचकर दो पैसे कमाने निकलते हैं तो गांव वाले मारपीट करते हैं। ये बात भिवानी रोड़ स्थित एसटीपी के सामने फूलों की नर्सरी में मजदूरी करने वाले
हांसी(संदीप)- लॉकडाउन में रोजी-रोटी का जरिया ही खत्म हो गया है। सब्जी बेचकर दो पैसे कमाने निकलते हैं तो गांव वाले मारपीट करते हैं। ये बात भिवानी रोड़ स्थित एसटीपी के सामने फूलों की नर्सरी में मजदूरी करने वाले जावेद व फिरोज ने रोते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि वह यूपी के उन्नाव जिले से कई साल पहले यहां रोजी-रोटी की तलाश में आए थे और यहां आकर फूलों की नर्सरी में मजदूरी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पास के गांव ढाणी खुशहाल के कुछ व्यक्ति उन्हें यहां से चले जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं व तब्लीगी जमात से संबंध होने का झूठा आरोप लगा रहा हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ व्यक्तियों ने उनकी नर्सरी में बनी झोपड़ी में आकर परिवार के मारपीट की व फूलों के गमले तोड़ दिए। जावेद ने कहा कि उनका किसी मरकज से कोई ताल्लुक नहीं है और सालों से कहीं बाहर नहीं गए वहीं, भाटला गांव में भी मुस्लिम परिवार ने सरपंच सहित अन्य लोगों पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया। मामले की सूचना मिलते ही एसपी लोकेंद्र सिंह गांव में पहुंचे व मुस्लिम परिवार से मुलाकात की।
एसपी ने ग्रामीणों से कहा कि वह गांव में सामाजिक सौहार्द को बनाए रखे व अगर कोई व्यक्ति कानून को अपने हाथ में लेगा तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया की अगर कोई व्यक्ति किसी को बेवजह परेशन करता है तो पुलिस को सूचना दे। कानून को किसी कीमत पर हाथ में लेने नहीं दिया जाए। आधिकारिक रूप से मरकज से हांसी में कोई व्यक्ति नहीं आया है। जो शिकायतें मिली थी सभी की जांच करवाई गई तो वह गलत मिली। किसी व्यक्ति को डरने की जरूरत नहीं है पुलिस 24 घंटे सुरक्षा में तैनात है।