Edited By Manisha rana, Updated: 31 May, 2020 04:37 PM
दूरवर्ती शिक्षा (ऑनलाइन एजुकेशन) के तहत शिक्षकों के साथ-साथ अधिकारियों को भी अपने कार्य पर फोकस करना पड़ेगा...
गुड़गांव (ब्यूरो) : दूरवर्ती शिक्षा (ऑनलाइन एजुकेशन) के तहत शिक्षकों के साथ-साथ अधिकारियों को भी अपने कार्य पर फोकस करना पड़ेगा। ऑनलाइन कक्षाओं में कितने बच्चे पढ़े रहे है, शिक्षक बच्चों तक पाठ्यक्रम संबंधी कार्य बच्चों तक पहुंचाने के लिए कितने सक्रिय हैं और ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर क्या अवलोकन किए गए है और पिछले दिनों में क्या-क्या सुधार किए गए हैं, ताकि लॉकडाउन के दौरान बच्चे घरों पर ही रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई का फायदा उठा सके। ऐसे में शिक्षा निदेशालय की ओर से हरियाणा के 22 जिलों के लिए 11 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, जिनका काम प्रत्येक दो जिलों की मॉनिटरिंग करना होगा।
जिला अधिकारियों के कार्यों का भी यह आकलन करंगे। 11 सदस्यों की सूची में गुडगांव व फरीदाबाद की मॉनिटरिंग का कार्य एससीईआरटी के डिप्टी डायरेक्टर रविंद्र करेंगे। वहीं भिवानी व मेवात की मॉनिटरिंग का कार्य सुजाता राणा, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ की मॉनिटरिंग का कार्य डिप्टी डायरेक्टर सुनील बजाज करेंगे। बता दें कि 15अप्रैल से प्रदेश के सभी जिलों में दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत छात्रों को जोड़ा जा रहा है, ताकि इन टीवी प्रसारण के माध्यम से कोविड-19 के दौरान स्कूली छात्रों तक शिक्षा पहुंचाई जा सके।
ऐसे में शिक्षा निदेशालय द्वारा अधिकारियों को जिलावार जिम्मेदारियां दी गई है, जिसमें जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से समन्वय करके पर्यवेक्षक के माध्यम से सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक छात्र दूरवर्ती शिक्षा का लाभ पहुंच रहा है। इसके लिए शिक्षा निदेशालय से अधिकारी जिलों की दैनिक रिपोर्ट का अवलोकन करेंगे। विभिन्न स्कूल मुखिया से संपर्क करके जानकारी लेंगे और जिला स्तरीय अधिकारियों से जिला की प्रगति बनाए रखने पर चर्चा होगी। जिन स्कूल प्रभारियों, एबीआरसी, बीआरपी, डीएसएस, डीएमएस, एपीसी और डीईओ द्वारा दैनिक रिपोर्ट नहीं भरी जा रहे है, उनके विरुद्ध कार्यवाही भी होगी।