Edited By Manisha rana, Updated: 03 Feb, 2025 12:25 PM
सोनीपत के रोहत गांव खरखोदा तहसील में 27 जनवरी को रात 10 बजे कुत्तों की अवैध लड़ाई होने की सूचना मिलने पर PETA इंडिया ने तुरंत पुलिस को सूचित किया
सोनीपत : सोनीपत के रोहत गांव खरखोदा तहसील में 27 जनवरी को रात 10 बजे कुत्तों की अवैध लड़ाई होने की सूचना मिलने पर PETA इंडिया ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस क्रूर घटना को होने से पहले ही रोक दिया।
PETA इंडिया के क्रूएल्टी रिस्पॉन्स कॉर्डिनेटर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि "PETA इंडिया, जीत सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त, खरखोदा की तत्परता की सराहना करता है, जिन्होंने कुत्तों की लड़ाई को रोककर यह संदेश दिया कि पशुओं के प्रति क्रूरता को सहन नहीं किया जाएगा। हम सरकार से अपील करते हैं कि कुत्ते की लड़ाइयों को रोकने के लिए पिट बुल जैसे कुत्तों के प्रजनन और पालन पर रोक लगाई जाए, क्योंकि ये कुत्ते सबसे अधिक शोषित होते हैं।"
बता दें कि भारत में पिट बुल्स और अन्य विदेशी नस्लों का उपयोग मुख्य रूप से कुत्तों की लड़ाई में किया जाता है, जो कि अवैध है। लेकिन नियमों का उचित पालन न होने के कारण यह प्रथा कुछ क्षेत्रों में आम हो गई है। पिट बुल्स और अन्य कुत्तों को अक्सर हिंसक बनाए रखने के लिए जंजीरों से बांधकर रखा जाता है, जिससे वे आक्रामक हो जाते हैं और जीवनभर शारीरिक और मानसिक कष्ट भोगते हैं। इन कुत्तों को कई बार कान काटने और पूंछ काटने जैसी दर्दनाक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, ताकि वे लड़ाई में आसानी से पकड़ में न आएं। फिर इन्हें लड़ने के लिए उकसाया जाता है और लड़ाई तब तक चलती है जब तक एक कुत्ता घायल या मरा नहीं जाता। चूंकि यह गतिविधि अवैध है, घायल कुत्तों को किसी पशु चिकित्सक के पास नहीं ले जाया जाता।
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