हरियाणा में खाद को लेकर नहीं हुई कोई झड़प, किसानों को नहीं होने दी जाएगी कोई दिक्कत: कृषि मंत्री

Edited By Saurabh Pal, Updated: 07 Nov, 2024 07:39 PM

no clash over fertilizer in haryana farmers will not be allowed problem rana

हरियाणा में रबी सीजन के दौरान फसल बिजाई को लेकर डीएपी की दिक्कत को लेकर विपक्ष की ओर से सरकार पर किए गए कटाक्ष के बाद अब कृषि विभाग ने आंकड़ों के साथ विपक्ष की पोल खोली है।

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा में रबी सीजन के दौरान फसल बिजाई को लेकर डीएपी की दिक्कत को लेकर विपक्ष की ओर से सरकार पर किए गए कटाक्ष के बाद अब कृषि विभाग ने आंकड़ों के साथ विपक्ष की पोल खोली है। कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि हरियाणा में इस साल भी रबी सीजन के दौरान पिछले साल के समान ही खाद की जरूरत है। प्रदेश में खाद वितरण को लेकर कहीं भी कोई टकराव नहीं हुआ है। पूरे प्रदेश में सामान्य रूप से खाद का वितरण किया जा रहा है।

10 लाख हेक्टेयर में खाद की जरूरत

राणा ने बताया कि हरियाणा में कुल 24 लाख हेक्टेयर में गेहूं और सरसों की बिजाई होनी है। इनमें अब केवल 10 लाख हेक्टेयर में खाद की जरूरत में है, जिसमें डीएपी, एनपीके और एसएसपी वर्तमान रबी सीजन में आवश्यक हैं। रबी सीजन 2024 में पिछले साल रबी सीजन 2023 के जितनी खाद की ही आवश्यता होगी। पिछले साल रबी सीजन में डीएपी की खपत 229086 मीट्रिक टन थी। इस बार 7 नवंबर तक एक लाख 71 हजार 2 मीट्रिक टन डीएपी प्रदेश में पहुंच चुकी है। वर्तमान में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 26 हजार 497 मीट्रिक टन डीएपी का स्टॉक उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) को भी फसल की बिजाई में इस्तेमाल किया जा सकता है। अभी तक प्रदेश में 90722 मीट्रिक टन एसएसपी प्राप्त हुई है। वर्तमान में एसएपी का 71380 मीट्रिक टन का स्टॉक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मौजूद हैं।
 
वर्ष 2023 और 2024 में समान रही डीएपी की खपत

उन्होंने बताया कि मौजूदा रबी सीजन में भी वर्ष 2023 के समान ही खाद की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सितंबर 2023 में डीएपी की खपत 71832 मीट्रिक टन थी। वहीं, सितंबर 2024 में यह 70703 मीट्रिक टन है। अक्टूबर 2023 में डीएपी की खपत 19470 मीट्रिक टन थी, जबकि अक्टूबर 2024 में 109767 मीट्रिक टन रही। 7 नवंबर 2023 तक 19852 मीट्रिक टन की खपत हुई थी, जबकि 7 नवंबर 2024 तक 31584 मीट्रिक टन रही है। वहीं, वर्ष 2023 में डीएपी की कुल खपत 211194 मीट्रिक टन रही, जो इस बार 212054 मीट्रिक है। वर्ष 2023 और 2024 दोनों के 7 नवंबर तक के हैं।

डीएपी पर सामान्य स्थिति

11 नवंबर तक प्रदेश को 14574 मीट्रिक टन और अधिक डीएपी प्राप्त होगी। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि खाद को लेकर पूरे प्रदेश में किसानों के साथ किसी भी प्रकार का कहीं कोई टकराव नहीं हुआ है। प्रवक्ता ने बताया कि भिवानी में पुलिस थानों में डीएपी बंटने की किसी प्रकार की घटना की जानकारी नहीं है और ना ही घटना चरखी दादरी और नारनौल के थानों में खाद बांटी गई है। 4 नवंबर 2024 को कुछ समय के लिए किसानों ने सिरसा में प्रदर्शन कर रास्ता जाम किया था, लेकिन डीएपी का नियमित वितरण होने का आश्वासन मिलने पर वह मान गए थे। 

एक अक्टूबर से 7 नवंबर 2024 तक सिरसा में 15794 मीट्रिक टन डीएपी पहुंच चुकी है। मौजूदा समय में सिरसा में 1573 मीट्रिक टन का स्टॉक है। सिरसा जिले को 2419 मीट्रिक टन खाद दो दिनों में और मिल जाएगी। बाढ़डा पैक्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 5 नवंबर 2024 में डीएपी की सप्लाई की गई थी, जिसके बाद बड़ी संख्या में खाद के लिए किसानों की भीड़ इकट्ठा हुई। इसे सामान्य रूप से वितरित किए जाने को लेकर एसडीएम और अन्य अधिकारियों की देखरेख में वितरित किया गया। अक्टूबर और नवंबर 2023 में डीएपी खाद की बिक्री चऱखीदादरी में 2891 मीट्रिक टन हुई थी, जबकि इस साल अक्टूबर-नवंबर तक 3745 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है, जोकि 7 नवंबर तक पिछले साल से अधिक है। कृषि विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जाता है कि रबी सीजन के दौरान फसल बिजाई के लिए खाद को लेकर किसानों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

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