Edited By Isha, Updated: 06 Jul, 2025 09:28 AM

हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को जांचने के लिए सरकार की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में 7 एचसीएच अफसरों को शामिल किया गया है। डायरेक्टर सेकेंडरी एजूकेशन द्वारा बनाई
चंडीगढ़: हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को जांचने के लिए सरकार की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में 7 एचसीएच अफसरों को शामिल किया गया है। डायरेक्टर सेकेंडरी एजूकेशन द्वारा बनाई गई यह कमेटी प्रदेश के स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजेंगी। ये टीम स्कूलों में चार बिंदुओं पर निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाएगी। इन चार बिंदुओं में पहला स्कूलों में लगे डिजिटल बोर्ड का क्या उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा छात्र-छात्राओं को आवंटित टैब की क्या स्थिति है। क्या इन टैब का वितरण सही तरीके से किया गया है या नहीं।
इसके अलावा टैब का स्टूडेंट्स के द्वारा दुरुपयोग तो नहीं किया जा रहा है। इन दो बिंदुओं के अलावा ये एचसीएस अफसर आईसीटी लैब लैग्वेज लैब की भी अलग-अलग रिपोर्ट बनाएंगी। गौरतलब है कि सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
डायरेक्टर सेकेंडरी एजूकेशन की एडिशनल डायरेक्टर अमृता सिंह को पंचकूला और यमुनानगर जिले की जिम्मेदारी दी गई है। एडिशनल डायरेक्टर एडमिन कमलप्रीत कौर को तीन जिले कैथल, जींद और करनाल, ममता को कुरुक्षेत्र और अंबाला जिले के स्कूलों में निरीक्षण का काम सौंपा गया है।
वहीं संयुक्त निदेशक सुरेंद्र सिंह को हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, संजीव कुमार को महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, मयंक वर्मा को पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी और हिमांशू चौहान को रोहतक, झज्जर, भिवानी और चरखी दादरी स्कूलों के निरीक्षण का काम सौंपा गया है।