Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 08 Nov, 2023 10:36 PM

मानव तस्करी को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मेवात में रेड की और वहां कई घरों को खंगाला। हालांकि हरियाणा से अभी तक गिरफ्तारी की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है। मानव तस्करी को लेकर एनआईए ने हरियाणा सहित 10 राज्यों में 48 जगहों पर रेड की।
गुडग़ांव, (ब्यूरो): मानव तस्करी को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मेवात में रेड की और वहां कई घरों को खंगाला। हालांकि हरियाणा से अभी तक गिरफ्तारी की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है। मानव तस्करी को लेकर एनआईए ने हरियाणा सहित 10 राज्यों में 48 जगहों पर रेड की। जिसमें हरियाणा, राजस्थान, त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर और पुडुचेरी में मानव तस्करी से जुड़े तार खंगाले जा रहे हैं। वहीं रेड के दौरान तमिलनाडु के चेंगल पट्टू में 2 बांग्लादेशी और जम्मू-कश्मीर के सांबा में म्यांमार से आए एक रोहिंग्या मुसलमान को गिरफ्तार किया गया है। वहीं नूंह पुलिस ने बड़े पैमाने पर आरोपियों का पता लगाने और पुख्ता सबूत हासिल करने के लिए अरावली की पहाडिय़ों की 24 घंटे ड्रोन निगरानी भी शुरू कर दी है।
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श्रीलंका से मानव तस्करी पर अलर्ट मोड पर एनआईए:
दरअसल, भारत में मानव तस्करी को लेकर अंतरराष्ट्रीय जुड़ाव के चलते एनआईए ने यह मामला अपने हाथ लिया। मानव तस्करी के मामले में तमिलनाडु से मोहम्मद इमरान खान को पिछले माह गिरफ्तार किया गया था। जो श्रीलंकाई नागरिकों को बेंगलुरु और मंगलुरु में मानव तस्करी करके लाया था। इसके बाद एनआईए अलर्ट मोड में आ गई। 2020 में भी एनआईए ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों की तस्करी और फर्जी दस्तावेजों के जरिए उन्हें बसाने की जांच की थी। इस मामले को लेकर 2021 में 13 लोगों को दोषी ठहराया गया था।
नूंह हिंसा में रोहिंग्या की संलिप्तता पर हरियाणा पर नजर:
नूंह हिंसा में रोहिंग्या की संलिप्तता सामने आने पर हरियाणा एनआईए के निशाने पर आया। मेवात एरिया में म्यांमार से मानव तस्करी कर आए रोहिंग्या शामिल हैं। इन अप्रवासियों ने असम और पश्चिम बंगाल से गलत तरीके से आईडी हासिल कर नूंह में अपनी बस्तियां बसा ली हैं। यह भी बात सामने आई कि यह समूह कथित तौर पर किराए पर दंगे में शामिल कराए गए गए थे। इनका दिल्ली दंगों से भी संबंध उजागर हुआ है।
शैल्टर की एवज में टार्शन:
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इन लोगों का अरावली की पहाडिय़ों में शैल्टर की एवज में टार्शन भी किया जाता है। कुछ दबंगों द्वारा महिलाओं के शोषण की बात भी सामने आई। जिसके बाद नूंह पुलिस ने इनकी वेरिफिकेशन करने और कार्रवाई करने की आवश्यकता जताई। यही नहीं खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने कहा कि इन अप्रवासियों को नूंह से हटाने और जरूरत पडऩे पर फतेहाबाद जैसे इलाकों में बसाने की सिफारिश की गई। नूंह पुलिस ने बड़े पैमाने पर आरोपियों का पता लगाने और पुख्ता सबूत हासिल करने के लिए अरावली की पहाडिय़ों की 24 घंटे ड्रोन निगरानी भी शुरू कर दी है।