Haryana: मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जंगल सफारी का किया शिलान्यास, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

Edited By Deepak Kumar, Updated: 10 Aug, 2025 08:09 PM

nayab saini laid the foundation stone of saraswati jungle safari

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज जिला कुरुक्षेत्र के स्योंसर में आयोजित 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने सरस्वती आर्द्रभूमि जलाशय, सरस्वती पादप एवं जैव विविधता संरक्षण वाटिका और सरस्वती जंगल सफारी का...

कुरुक्षेत्र (कपिल): हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। आधुनिक विकास की रफ्तार के बीच हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जीवन का आधार वनों और पेड़ों से ही है। जलवायु परिवर्तन, अनियमित वर्षा और बढ़ते तापमान जैसी समस्याओं का समाधान बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण और उनके संरक्षण से ही संभव है, जो भविष्य की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है। हरियाणा सरकार ने इस दिशा में कई महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं और विभिन्न पहलों व अभियानों के तहत प्रदेश में 2 करोड़ 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जिसे सामूहिक प्रयासों से पूरा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज जिला कुरुक्षेत्र के स्योंसर में आयोजित 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने सरस्वती आर्द्रभूमि जलाशय, सरस्वती पादप एवं जैव विविधता संरक्षण वाटिका और सरस्वती जंगल सफारी का शिलान्यास किया। इसके अलावा, उन्होंने त्रिफला, नीम गिलोय पुस्तिका, सरस्वती आर्द्रभूमि जलाशय, सरस्वती प्राकृतिक पर्यटन विहार, सरस्वती पादव एवं जैव विविधता संरक्षण वाटिका पुस्तिका का भी विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने वन विभाग द्वारा तैयार हरियाणा वाइल्ड लाइफ मैप व कुरुक्षेत्र वाइल्ड लाइफ मैप तथा 5 पुस्तकों का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता, दायित्व और आने वाली पीढिय़ों का खुशहाल भविष्य सुनिश्चित करने के संकल्प का प्रतीक है। 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के आयोजन की कड़ी में यह तीसरा आयोजन है। प्रदेशभर में जिला स्तर पर भी वन महोत्सव के कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में स्थानीय लोग और विद्यार्थी बढ़-चढक़र भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि वन महोत्सव का अर्थ है- वनों का उत्सव, प्रकृति का सम्मान और हरियाली का विस्तार। यह महोत्सव हमें याद दिलाता है कि पेड़ सिर्फ लकड़ी का स्रोत नहीं, बल्कि जीवन का आधार हैं। उन्होंने कहा कि आज जब हम आधुनिकता की दौड़ में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, तो वन महोत्सव इसी बात की याद दिलाता है कि विकास की दौड़ में हम प्रकृति का शोषण न करें, बल्कि उसके साथ मिलकर रहना सीखें। पेड़ों के महत्व को समझते हुए सरकार ने वृक्षारोपण के कई अभियान चलाए हैं और उनके फलदायी परिणाम भी देखने को मिले हैं। वन क्षेत्रों को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी 5 जून, 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क में पौधारोपण करते हुए एक पेड़ मां के नाम से एक अनूठा अभियान शुरू किया था। इस अभियान के पहले चरण में हरियाणा में 1 करोड़ 60 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन हमने लक्ष्य से बढ़कर 1 करोड़ 87 लाख पौधे लगाये। उन्होंने कहा कि इस साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम के दूसरे चरण की शुरुआत की है। दूसरे चरण में 2 करोड़ 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे। अक्तूबर 2014 से अब तक प्रदेश में लगभग 18 करोड़ पौधे लगाये जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने शहरी वानिकी को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष योजनाएं शुरू की हैं, ताकि शहरों में भी हरियाली बढ़ाई जा सके। इसके साथ ही, अवैध कटाई को रोकने और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कड़े कदम उठाए हैं। वन विभाग को इस दिशा में और अधिक सक्रिय होने के निर्देश दिए गए हैं। वनों और वन्य जीवों के प्रति समाज को संवेदनशील बनाने के लिए कलेसर में जीप सफारी व बच्चों के स्टडी टूर आदि की व्यवस्था भी की है। दक्षिण हरियाणा में हरित अरावली कार्य योजना का भी शुभारंभ किया है। केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा बनाई गई यह परियोजना अरावली पहाडिय़ों के चार राज्यों मे लागू की जाएगी, जिनमें हरियाणा भी शामिल है। इन चार राज्यों में 29 जिलों का चयन किया गया है, जिनमें पांच जिले हरियाणा के हैं।

सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए प्राणवायु देवता पेंशन स्कीम शुरू की। इस योजना के तहत 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के रखरखाव के लिए 3000 रुपये प्रति वर्ष प्रति पेड़ पेंशन का प्रावधान किया है। इस योजना के तहत 3800 वृक्षों के संरक्षकों के खातों में 1 करोड़ रुपये की धनराशि डाली जा चुकी है। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विभिन्न जिलों में हर्बल पार्क विकसित किये हैं। मोरनी क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का औषधीय वन विकसित किया गया है। इसके अलावा जिलों में ऑक्सीवन भी बनाए गए हैं।

सीएम ने की सामाजिक संगठनों से वृक्षारोपण की अपील

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं और सामाजिक संगठनों से अपील की कि वे वृक्षारोपण को एक जन आंदोलन बनाएं। स्कूल-कॉलेजों में छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाए। उन्हें पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। बच्चों को बचपन से ही प्रकृति से जोडऩा होगा, ताकि वे बड़े होकर इसके महत्व को समझें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हम सब मिलकर एक ऐसा समाज बना सकते हैं, जहां प्रकृति और मनुष्य मिलकर रहें, जहां विकास और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चलें। हमें अपनी आने वाली पीढिय़ों के लिए एक स्वस्थ और हरा-भरा भविष्य छोडऩा है, यह हमारा नैतिक दायित्व है।

विपक्ष पहले ईवीएम को दोषी ठहराता था, लेकिन आज वोट चोरी का नया एजेंडा चला रखा हैः मुख्यमंत्री 

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। लेकिन विपक्ष हमेशा सरकार के कामों की आलोचना करता है। विपक्ष की भूमिका आज चिंताजनक है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस पार्टी का 55 वर्षों तक देश में शासन रहा और लोगों की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने के कारण लोगों ने उनको बाहर का रास्ता दिखाया, वे पहले तो ईवीएम को दोषी ठहराते थे, लेकिन आज उन्होंने एक नया एजेंडा चला रखा है वोट चोरी होने का। कोई उन्हें बताए कि वोट चोरी नहीं हुए हैं, बल्कि उनके काले कारनामों के कारण लोगों ने उन्हें नकार दिया है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से हमारे जांबाज सैनिकों ने पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी कैंपों को नेस्तनाबूद करने का काम किया है। लेकिन विपक्ष ने सैनिकों के शौर्य पर भी सवाल खड़ा करने का काम किया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार भारत को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है।

वन महोत्सव वृक्षारोपण का दिन नहीं, बल्कि संस्कृति, प्रकृति और पर्यटन को एक साथ जोड़ने का अवसर - नवीन जिंदल

समारोह में सांसद नवीन जिंदल ने वृक्षारोपण का दिन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, प्रकृति और पर्यटन को एक साथ जोड़ने का अवसर है। कहा कि आज का दिन केवल वृक्षारोपण का दिन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, प्रकृति और पर्यटन को एक साथ जोडऩे का अवसर है। उन्होंने कहा कि वृक्ष केवल हरियाली का प्रतीक नहीं, बल्कि जीवन का आधार हैं। ये शुद्ध वायु प्रदान करते हैं, जल स्रोतों का संरक्षण करते हैं, जैव विविधता की रक्षा करते हैं और किसानों की आय बढ़ाने में भी सहायक हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए एक पेड़ माँ के नाम अभियान को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा में मजबूती से आगे बढ़ाया है, जिसमें लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया है। इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री द्वारा स्योंसर में सरस्वती वेटलैंड रिजर्वायर, सरस्वती बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन पार्क और सरस्वती फॉरेस्ट नेचर एजुकेशन रिसोर्ट का शिलान्यास किया गया है। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने पर यह क्षेत्र पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में विकसित होगा।

वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के रूप में विकसित किया जाएः मुख्यमंत्री 

सांसद ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि इस क्षेत्र को वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के रूप में विकसित किया जाए, ताकि लोग यहां आकर वन्य जीवों और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कर सकें। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे वृक्षारोपण करें और उन पौधों की देखभाल भी करें। उन्होंने सभी नागरिकों को हर वर्ष कम से कम पाँच पेड़ अवश्य लगाने का संकल्प भी दिलाया। वन एवं वन्य प्राणी विभाग हरियाणा के प्रधान मुख्य संरक्षक विनीत गर्ग ने मेहमानों का स्वागत किया और वन सरंक्षक आईएफएस विवेक सक्सेना ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने क्वीज प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले विद्यार्थी वंदना, द्वितीय स्थान पर जसमीत, तृतीय स्थान पर आंचल, पेंटिंग जूनियर वर्ग में प्रथम तनवी शर्मा, द्वितीय युवानी, तृतीय मन्नत, सीनियर वर्ग में प्रथम सरगम व द्वितीय विनय सैनी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व सांसद नवीन जिंदल को आईएफएस विनीत गर्ग व मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच व भाजपा जिला अध्यक्ष तिजेन्द्र सिंह गोल्डी को आईएफएस विवेक सक्सेना ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर हरियाणा के पूर्व राज्य मंत्री सुभाष सुधा, हरियाणा सरस्वती धरोहर बोर्ड के उपाध्यक्ष धूमन सिंह किरमिच, मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, उपायुक्त महावीर प्रसाद, पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल, भाजपा नेता जय भगवान शर्मा डीडी, भाजपा नेता सुभाष कलसाना, भाजपा के जिला अध्यक्ष तिजेन्द्र सिंह गोल्डी, जिला कैथल की भाजपा जिला अध्यक्ष ज्योति सैनी, जिप चेयरमैन कंवलजीत कौर, पूर्व विधायक लीला राम, पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख विनित कुमार गर्ग, जिला वन अधिकारी रविन्द्र धनखड,नपा चेयरमैन आशीष चक्रपाणि, चेयरमैन जय सिंह पाल, सचिन मित्तल, गुलशन पुरी, रामधारी शर्मा, रघविन्द्र सिंह, तरुणदीप वडैच, बंटी दिवाना, नवीन गर्ग, साधू सैनी, धर्मपाल, सुखबीर सिंह आदि सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!