Edited By Manisha rana, Updated: 02 Apr, 2023 11:42 AM

रोहतक जिले में कल हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं व सरसों की फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है। ओलावृष्टि इतनी हुई कि 17 घंटे बाद भी खेतों में...
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : रोहतक जिले में कल हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं व सरसों की फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है। ओलावृष्टि इतनी हुई कि 17 घंटे बाद भी खेतों में पड़े ओलों ने बर्फ की शक्ल ले ली है, इसको लेकर किसान बुरी तरह से हताश हो चुका है।

विपक्ष के हाथ लगा बैठे-बिठाए मुद्दा
किसानों का कहना है कि उनके पास एकमात्र साधन उनकी फसलें थी जिससे वह अपना भरण पोषण कर सकता था लेकिन अब उनकी यह उम्मीद भी धूमिल हो चुकी है तो वहीं विपक्ष के हाथ भी बैठे-बिठाए मुद्दा लग गया है। विपक्ष के नेता सुबह से ही खराब हुई फसलों का मुआयना करने के लिए खेतों में पहुंच रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने किसानों को 65000 रुपए मुआवजा देने की मांग की है तो वहीं सरकारी अधिकारी फसलों में हुए नुकसान को सरकारी पोर्टल पर दर्ज करने की बात कह रहे हैं।
24 घंटे के अंदर किसानों को 65000 रुपए मुआवजा दें सरकार
वहीं कांग्रेस नेता आनंद सिंह डांगी भी खराब हुई फसलों का मुआयना करने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद कहती है जबकि किसानों को रजिस्ट्रेशन करना आता ही नहीं है, इसलिए 24 घंटे के अंदर सरकार किसानों को 65000 रुपए मुआवजा दें ताकि किसानों को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारे समय में भी जहां पर नुकसान होता था तो 24 घंटे के अंदर मुआवजा दिया जाता था।
गेहूं और सरसों की फसल में हुआ 100% नुकसान
गौरतलब है कि कल शाम रोहतक जिले के भगवतीपुर इंदरगढ़ चांदी खरेंटी सापला आदि क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं और सरसों की फसल में 100% नुकसान हुआ है और अभी तक खेतों में पड़े हुए साफ देखे जा सकते हैं।
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