Edited By Yakeen Kumar, Updated: 24 Jan, 2025 10:11 PM
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने 100 दिन के कार्यकाल में नई नीतियों, बेमिसाल योजनाओं के जरिए जहां हरियाणा की तस्वीर को बदलने का काम किया है, तो प्रदेश की जनता में अपनी भी अनूठी छवि कायम की है।
चंड़ीगढ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने 100 दिन के कार्यकाल में नई नीतियों, बेमिसाल योजनाओं के जरिए जहां हरियाणा की तस्वीर को बदलने का काम किया है, तो प्रदेश की जनता में अपनी भी अनूठी छवि कायम की है। इस दौरान उन्होंने विकास की रफ्तार को तेज किया और बिना रुके-थके निरंतर जनता की समस्याओं का निवारण किया है।
शनिवार को मुख्यमंत्री सैनी 55 वर्ष के हो गए, लेकिन अभी भी उनमें एक युवा जैसी ऊर्जा, जज्बा व जोश नजर आ रहा है। 24 घंटे फील्ड में सक्रियता के साथ लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं तो नई योजनाओं को लागू कर रहे हैं। उनके चेहरे पर हर वक्त मुस्कान रहती है और अब युवाओं द्वारा उनके साथ सेल्फी फोटो करवाने का भी ट्रैंड चल पड़ा है। मुस्कराते रहने की उनकी आदत से उनकी एक अनूठी पहचान कायम हुई है। उनकी इस कार्यशैली के संदर्भ में वीरवार को उनके एक प्रशंसक ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर एक कविता भी सुनाई।
गौरतलब है कि नायब सिंह सैनी ने पिछले साल 17 अक्तूबर को दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी। खास बात यह है कि 25 जनवरी को 55 वर्ष के हुए नायब सिंह सैनी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान अनेक नई योजनाओं को लागू किया है। सियासी पर्यवेक्षक मानते हैं कि विभिन्न वर्गों को नई योजनाओं से राहत देने के अलावा उनकी अनूठी कार्यशैली के चलते सैनी न केवल लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं, बल्कि उनकी इस कार्यशैली की तारीफ विरोधी दलों के नेता भी करते हैं। वे हमेशा ही ऊर्जा से लबरेज नजर आते हैं। सफर करते समय अगर उन्हें सडक़ पर कुछ लोग नजर आ जाते हैं तो वे अपनी गाड़ी रुकवा लेते हैं और पब्लिक से एक आमजन की तरह से मिलते हैं।
इसी तरह से वे अक्सर भीड़ में खुद ही लोगों के साथ सेल्फी खींचने लग जाते हैं तो हमेशा चेहरे पर मुस्कान रहती है। अपने 100 दिनों के ही अल्प कार्यकाल में सैनी ने करीब एक दर्जन नई योजनाओं का आगात किया है, इनमें किसानों की 24 फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदना, प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना, किसानों की फसलों का भुगतान 48 घंटे में करने, गेहंू के प्रमाणित बीज पर सबसिडी देने, किडनी पीडि़त रोगियों के लिए फ्री डायलिसिस की सुविधा जैसी योजनाएं शामिल हैं।
खिलाडिय़ों पर भी मेहरबान रही सरकार
वन नेशन-वन राशन कार्ड के अंतर्गत 4944 पात्र परिवार लाभान्वित हुए हैं। इसी तरह से 100 दिनों के कार्यकाल के दौरान 87 महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना एवं 10 महिलाओं को मातृ वंदना योजना का लाभ मिला है। इसी तरह से प्रधानमंत्री श्रम योगी मान योजना के तहत 632 परिवार लाभान्वित हुए हैं। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत 25,343 एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 44,180 पात्र लाभान्वित हुए हैं। खास पहलू यह है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान खिलाडिय़ों के लिए भी ऐतिहासिक कदम उठाए। 2 खिलाडिय़ों को मेजर ध्यान चंद खेल रतन अवार्ड, 11 खिलाडिय़ों को अर्जुन अवार्ड एवं 1 कोच को द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसी तरह से करनाल के मटक माजरी गांव में 5 करोड़ की लागत से स्विमिंग पूल का निर्माण करवाया गया है। पिछले साल 6 नवंबर को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना का आगाज किया। इस योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को बैंक से ऋण की सुविधा दी जाती है।
किसानों की 24 फसलें एम.एस.पी. पर खरीदने वाला हरियाणा पहला राज्य
इसी तरह से किसानों के हितों को लेकर जहां विधानसभा में तीन बिल पास किए गए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करनाल के उचानी में 65 एकड़ में 700 करोड़ रुपए महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय में नए बनने वाले केंद्र का शिलान्यास भी किया। पिछले साल मुख्यमंत्री बनने के बाद नायब सिंह सैनी ने 19 दिसंबर को 24 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने का ऐलान किया। किसानों की इतनी फसलें एम.एस.पी. पर खरीदने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। ऐसे में 52 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर किसानों को 12,789 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। ऐसे ही 4 लाख 80 हजार मीट्रिक टन बाजरा खरीदा गया और किसानों के खाते में 1194 करोड़ रुपए डाले गए। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों की फसल के दाम 48 घंटे में करने की भी नीति शुरू की। किसानों की खराब हुई फसल के लिए 286 करोड़ रुपए की सहायता किसानों को दी गई।
ऐसे ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किश्त के तहत किसानों के खाते में 342 करोड़ रुपए की राशि डाली गई। गेहूं के प्रमाणित बीज पर 1 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से अनुदान राशि देने की योजना शुरू की गई। किसानों के खेतों में हाई टैंशन तारों े लिए मुआवजा नीति बनाई गई। पिहोवा में 5 करोड़ 11 लाख रुपए की लागत से किसान सेवा सदन का निर्माण करवाया गया। पिहोवा में ही टोकर माइनर का निर्माण किया गया। इसी तरह से नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद गौशालाओं का भी सुधार किया। चारे के लिए गौशालाओं को 216 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई। भिवानी में 25 एकड़ में 100 करोड़ रुपए की लागत से एक्वा पार्क का निर्माण जारी है तो हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 5.60 करोड़ रुपए से पर्यटन केंद्र का निर्माण करवाया गया है।
55 वर्ष के हुए मुख्यमंत्री सैनी
विशेष बात यह है कि 25 जनवरी को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 55 वर्ष के हो गए। वे करीब 54 वर्ष की उम्र में पिछले वर्ष 12 मार्च को मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने नरेंद्र मोदी एवं मनोहर लाल खट्टर के सानिध्य में सियासत में कदम रखा था। वे मोदी व खट्टर दोनों के ही भरोसेमंद रहे हैं। यही वजह है कि अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर उनकी तारीफ करते रहते हैं। यही नहीं अनेक अवसरों पर साधु-संत भी सैनी की कार्यशैली और स्वभाव की प्रशंसा कर चुके हैं। नायब सिंह सैनी साल 1996 में राजनीति में सक्रिय हुए। युवा मोर्चा अंबाला इकाई के अध्यक्ष, युवा मोर्चा महासचिव रहने के अलावा किसान मोर्चा के महासचिव भी रहे।
भाजपा में उन्होंने अपना राजनीतिक सफर एक सहयोगी के रूप में साल 1996 में तत्कालीन संगठन मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ शुरू किया और साथ मिलकर साल 2000 तक काम किया। इसके बाद वे साल 2002 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी अंबाला के जिला महामंत्री रहे। इसके बाद साल 2005 में वे युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पर रहे। साल 2012 में भारतीय जनता पार्टी अंबाला के जिलाध्यक्ष भी रहे। हरियाणा के अब तक के 58 वर्षों के सियासी इतिहास में नायब सिंह सैनी दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री बनने वाले नेता हैं जो पिछड़ा वर्ग से संबंध रखते हैं। इससे पहले राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राव बीरेंद्र सिंह अहीर समुदाय से ताल्लुक रखते थे।