Edited By Yakeen Kumar, Updated: 30 Jul, 2025 07:21 PM

हिसार में 12 क्वार्टर एरिया के भगत सिंह नगर में छत से गिरने से हुई गणेश की मौत के मामले में कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने राजनीतिक रोटियां सेकने तथा हरियाणा के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को खुली और कड़ी चेतावनी
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : हिसार में 12 क्वार्टर एरिया के भगत सिंह नगर में छत से गिरने से हुई गणेश की मौत के मामले में कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने राजनीतिक रोटियां सेकने तथा हरियाणा के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को खुली और कड़ी चेतावनी देते हुए पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान बताया कि यह लगभग 12 दिन आंदोलन चला और इस दर्दनाक हादसे में कुछ लोगों ने किसी प्रकार की भी बेशर्मी को नहीं छोड़ा। किस प्रकार से परिवार को विश्वास में लेकर माहौल बिगड़ने की कोशिश की यह सब हमारी सरकार और एजेंसियां जानती है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हमारी सरकार अवश्य करेगी।
उन्होनें कहा कि हमारी सरकार ने परिवार के दुख को समझा और उनके जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया है। शव के अस्पताल में रहने दौरान ही कुछ लोगों ने खूब राजनीति की। कपड़े निकाल कर सड़कों पर खूब शोर मचाया। पुलिस पर 302 का मुकदमा न दर्ज करने तक संस्कार न करने की शर्त रखी। अब उनकी ऑडियो सामने आई है जिसमें वह मुझे, मेरे समाज को व मुख्यमंत्री को गालियां तक दे रहे हैं। उनकी रिकॉर्डिंग लीक से बेशक वह अपने मकसद में फेल हो गए, उनकी साजिश कामयाब नहीं हुई, अगर ऐसा होता तो हरियाणा में पता नहीं कितने लोगों की जान जाती, व्यापारियों की दुकान जल जाती और मजदूरों व पुलिस को भारी नुकसान होता।
कृष्ण बेदी ने कहा कि यह ऑडियो लीक होने के बाद भी कुछ संदेह था कि यह आवाज उस व्यक्ति की है या नहीं। लेकिन दो ही दिन के बाद अपनी ही आईडी से उसने आकर स्वयं अपने को दोषी बताते हुए माफी मांगी। आखिर ऐसे दोषी व्यक्ति को जो हरियाणा को जलाना चाहता था उसे सजा क्यों न दी जाए और अब एक नई चाल इस मामले से ध्यान भटकने के लिए चली जा रही है। जिसमें कहा जा रहा है कि पुलिस पर केस दर्ज किया गया। आखिर जिसका बच्चा गया है उन्होंने भी झगड़ा किया तो उनके खिलाफ भी मुकदमे दर्ज हुए हैं तो फिर मौके पर जो पुलिस थी, उनकी भी जांच अवश्य बनती है। ऐसे ही कुछ चैनल और सोशल मीडिया पर भी आरोप लग रहे हैं। इसलिए हमारे मुख्यमंत्री, डीजीपी और एडीजीपी ने यही बात कही कि दोनों तरफ की जांच होगी। लेकिन गिरफ्तारी फिलहाल किसी तरफ से नहीं की जाएगी।
इस पर कृष्ण बेदी ने कहा कि हमारी समझ में यह नहीं आता कि इन्हें अधिकार किसने दे दिया कि यह तय करें कौन निर्दोष है और कौन दोषी, किसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो और किसके खिलाफ ना हो, अगर सब कुछ इन्होंने ही तय करना है तो फिर हमारी सरकार और एजेंसियां क्या करेगी। हरियाणा की शांति भंग करने वालों के खिलाफ सरकारी सख्ती अवश्य होगी।
बेदी ने कहा कि पहले 2015 में मनोहर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गई थी, अब नीला पटका व नीला झंडा बांधकर नायब सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही हैं। लेकिन साजिशे सारी फेल हो गई और होती रहेगी। बेदी ने कहा कि हरियाणा की जनता ने आशीर्वाद देकर 48 विधानसभा सीटें दी है। यह बहुमत की सरकार है। इनके करने से कुछ नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे षड्यंत्रकारियों पर हमारी सरकार और एजेंसिंयों की पूरी निगाह है। उन पर 100 फीसदी कानूनी कार्रवाई होगी। आंदोलनरत परिवार और समाज द्वारा एक कमेटी बनाकर एक शिकायत ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ दी गई है कि उनके कंधे पर बंदूक चलकर हरियाणा और हरियाणा सरकार को अस्थिर करने, हरियाणा को जलाने और हरियाणा में पत्थरबाजी करवाने की कोशिश की जा रही थी। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करवाने की शिकायत दी गई है।
बेदी ने कहा कि यह दुखद हादसे का मामला शांत हुआ लेकिन ऐसे व्यक्तियों की आत्मा शांत नहीं हुई, क्योंकि वह लोग हरियाणा को जलाना चाहते थे। पीड़ित परिवार के साथ होने का नाटक करने वालों की सच्चाई सामने आ गई है। वह चाहते थे कि अंत्येष्टि न होने पर पुलिस लाठी चार्ज करने को मजबूर हो। लेकिन सरकार हर बात को समझ रही थी। जिन एजेंसीयों व जिन व्यक्तियों के हाथों में ऐसे लोग खेल रहे थे सरकार और प्रशासन सब जानता है। एक-एक व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अवश्य होगी और इस कार्रवाई के लिए ऐसे लोगों को तैयार रहने की जरूरत है।