Edited By Mohammad Kumail, Updated: 14 Sep, 2023 10:11 PM

जम्मू कश्मीर में शहीद सीआरपीएफ के हवलदार मानसिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव गांवड़ी जाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस मौके पर उनके साथ आई बटालियन की एक टुकड़ी ने उनको अंतिम सलामी दी...
नारनौल (भालेंद्र यादव) : जम्मू कश्मीर में शहीद सीआरपीएफ के हवलदार मानसिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव गांवड़ी जाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस मौके पर उनके साथ आई बटालियन की एक टुकड़ी ने उनको अंतिम सलामी दी। शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए गांव में लोगों का हुजूम उमर पड़ा था। अनेक राजनेताओं और समाजसेवियों ने भी शहीद को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रशासन की ओर से तहसीलदार श्रीकृष्ण के अलावा बीडीपीओ प्रमोद कुमार भी मौजूद रहे।
नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले गांव गावड़ी जाट के सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात मानसिंह का गत दिवस हृदय गति रुकने के कारण जम्मू काश्मीर के कुपवाड़ा में देहांत हो गया था। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव गावड़ी जाट में लाया गया। शहीद के परिजनों के अनुसार वे 1993 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। इसके बाद में देश के आने की हिस्सों में समय-समय पर तैनात रहे। फिलहाल उनकी ड्यूटी जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में थी। कुपवाड़ा में ड्यूटी के दौरान ही उनको हार्ट अटैक आ गया। जिसके चलते उनकी मौत हो गई।

छोड़ गए पूरा भरा परिवार
मानसिंह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़कर गए हैं। उनकी माता चावली देवी के अलावा उनके परिवार में पत्नी सुमित्रा देवी व दो बेटे तथा एक बेटी हैं।
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