Edited By Isha, Updated: 15 Feb, 2025 05:07 PM
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डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) व ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी की 6 सदस्यीय टीम ने दूसरे दिन वीरवार को भी एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। टीम ने कुछ आपत्तियां लगाईं हैं
हिसार: डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) व ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी की 6 सदस्यीय टीम ने दूसरे दिन वीरवार को भी एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। टीम ने कुछ आपत्तियां लगाईं हैं। इन्हें 28 फरवरी तक दूर कर दिया जाता है तो 8 मार्च तक एयरपोर्ट को हवाई सेवा संचालन का लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा।
एयरपोर्ट को लाइसेंस जारी करने के मद्देनजर आई टीम वीरवार सुबह 10 बजे एयरपोर्ट पर पहुंची और काम शुरू किया। लंच के एक घंटे को छोड़कर शाम 5 बजे तक टीम ने एयरपोर्ट अगस्त 2024 में लगाई गईं आपत्तियों को जांचा। इस दौरान टीम को कुछ कमियां मिलीं। शाम 5 बजे टीम ने एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें इन कमियों के बारे में बताया। इन कमियों को दुरुस्त करने के लिए 28 फरवरी की समय सीमा दी। टीम ने कहा कि इस समय सीमा तक आपत्तियों को ठीक कर दिया जाता है तो 8 मार्च तक लाइसेंस मिल जाएगा। इससे पहले बुधवार को भी टीम ने पहले से लगाईं गईं आपत्तियों को दुरुस्त करने संंबंधी दस्तावेज जांचे और जो आपत्तियां थीं उन्हें भी देखा।
हिसार के हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए वर्ष 2014 में काम शुरू हुआ था। उस समय एयरपोर्ट के पास 200 एकड़ जमीन थी। दो चरणों में इसमें 7 हजार एकड़ जमीन को जोड़ा गया। यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा, क्योंकि किसी भी एयरपोर्ट के पास इतनी जमीन नहीं है। एयरपोर्ट से हवाई उड़ान को लेकर प्रदेश सरकार एमओयू कर चुकी है। जयपुर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, अयोध्या और जम्मू के लिए हवाई सेवाएं शुरू करने को लेकर जनवरी 2024 में ही एमओयू हो चुका है।