Edited By Updated: 13 Nov, 2016 02:55 PM

दादरी के पास आज से बीस साल पहले हुए विमान हादसे को लोग आज भी याद कर सिहर उठते हैं। हादसे में 349 लोग अकाल मौत के शिकार हुए थे मगर उनकी याद में न तो कोई स्मारक बना बल्कि जहां ये लोग मरे थे वे जगह आज...
भिवानी (अशोक भारद्वाज): दादरी के पास आज से बीस साल पहले हुए विमान हादसे को लोग आज भी याद कर सिहर उठते हैं। हादसे में 349 लोग अकाल मौत के शिकार हुए थे मगर उनकी याद में न तो कोई स्मारक बना बल्कि जहां ये लोग मरे थे वे जगह आज भी बंजर है।
हादसे की ये जीती जागती तस्वीरें भिवानी जिले के उस चरखीदादरी इलाके की हैं तथा विमान के ब्लैक बॉक्स की ये तस्वीरें उस दर्दनाक हादसे को बयां करने के लिए शायद पर्याप्त हैं। हादसा इतना दर्दनाक था कि शव कई किलोमीटर तक दो विमानों के मलबे के साथ उड़े थे।
12 नवंबर 1996 की उस शाम को लोग आज भी याद कर सिहर उठते हैं। दरअसल दादरी क्षेत्र के गांव टिकानकलां व सनसनवाल के समीप सऊदी अरब का मालवाहक विमान व कजाकिस्तान एयरलाइंस का यात्री विमान टकरा गए थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि हादसे के साथ ही आसमान में बिजली सी कौंधी व दोनों विमानों में सवार 349 लोगों की जिंदगियां लील दी।
लोगों का कहना है कि हादसे को याद कर आज भी लोगों की रूह कांप उठती है। अजय मल्यौत्रा के अनुसार हादसे के बाद आज तक जमीन बंजर हो गई व दस किलोमीटर के दायरे में दोनों विमानों के अवशेष व लाशों बिखर गई थी। आग की लपटें चालीस किलोमीटर के दायरे में भी देखी गई थी। हादसे के बीस साल बाद भी यादें तो शेष हैं मगर यादगार कोई नहीं बनाया गया। वजह शायद यही होगी कि मारे गए लोग विदेशी थे।