Edited By Isha, Updated: 07 Jun, 2023 09:21 AM

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी की न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग पर किसानों दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाईवे जाम कर दिया। काफी देर तक कुरुक्षेत्र में मंगलवार को जमकर हंगामा होता रहा है। जब किसान हाईवे से नहीं हटे तो रात 9 बजे के करीब किसानों पर बल...
कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी की न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग पर किसानों दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाईवे जाम कर दिया। काफी देर तक कुरुक्षेत्र में मंगलवार को जमकर हंगामा होता रहा है। जब किसान हाईवे से नहीं हटे तो रात 9 बजे के करीब किसानों पर बल प्रयोग किया गया। लाठीजार्ज में कई किसान घायल हुए हैं। वहीं, पुलिस ने किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है। कुरुक्षेत्र में लाठीजार्ज के बाद किसानों ने जगह जगह जाम लगाए. हरियाणा के दूसरे जिलों में भी किसान सड़कों पर ऊतर आए और इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का विरोध कर रहे है।

हिसार, सोनीपत, रोहतक, झज्जर सहित कईं जिलों से सड़क जाम की खबरें आ रही हैं। हिसार में मंगलवार देर शाम हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर कुछ देर के लिए जाम लगाया। कुछ किसान मय्यड़ रामायण टोल प्लाजा पर भी जुटे। किसानों ने भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया।
क्या कहना है किसानों का
किसानों का साफ तौर पर कहना है कि अपनी हकों की आवाज उठाने के लिए किसान कुरुक्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने के लिए आए थे, लेकिन पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया, जिससे प्रदेशभर के किसानों में रोष है।

यह है मामला
सूरजमुखी खरीद को लेकर मंगलवार को आखिरकार किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। भाकियू के बैनर तले हजारों किसानों ने हाईवे जाम कर दिया। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे से देर शाम तक हाईवे जाम रहा। देर शाम शाहाबाद में दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे जाम लगाने पर किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पहले वाटर कैनन से पानी की बौछारें छोड़ी गई, फिर बल प्रयोग किया गया। जिसके साथ ही हाईवे खाली करवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने करीब 40 किसानों को हिरासत में भी लिया है।

कांग्रेस के निशाने पर राज्य सरकार
सूरजमुखी के मुद्दे पर विपक्षी कांग्रेस ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में कहा था कि सूरजमुखी के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य का इंतजार कर रहे हैं और निजी व्यापारियों को अपनी उपज बेचकर किसानों को 1,500 से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान हो रहा है।
