Edited By Isha, Updated: 21 Jun, 2025 05:59 PM

सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने के अपने दावों में पूरी तरह विफल रही है। प्रदेश में 36 प्रतिशत फार्मासिस्टों के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं, बीते चार वर्षों से एक भी नियुक्ति नहीं हुई है।
डबवाली: सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने के अपने दावों में पूरी तरह विफल रही है। प्रदेश में 36 प्रतिशत फार्मासिस्टों के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं, बीते चार वर्षों से एक भी नियुक्ति नहीं हुई है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि इससे दवाओं के वितरण में बाधा उत्पन्न हो रही है, रोजाना लाखों मरीजों को बिना दवा के लौटना पड़ रहा है। फार्मासिस्टों की जगह पर सरकार बहु उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मियों से काम ले रही है। यह स्थिति प्रदेश में दिन-ब-दिन बदतर होती स्वास्थ्य सेवाओं को दर्शाती हैं।
सांसद ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा विधानसभा में भर्तियों का आश्वासन देने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। भर्ती प्रक्रियाएं फाइलों में उलझी हुई हैं और योग्य युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही है।
सैलजा ने कहा कि सीएचसी व पीएचसी में फार्मासिस्टों का न होना एक गंभीर लापरवाही है। जिसके चलते ग्रामीण व दूरदराज़ के क्षेत्रों में मरीजों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। कांग्रेस नेत्री ने कहा कि अस्पतालों में मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी है, अभी तक डॉक्टरों के काफी पद खाली है, दूसरी ओर पैरामेडिकल स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही है। कहीं रेडियोलाजिस्ट नहीं है तो कही पैथोलाजिस्ट नहीं है। अधिकतर अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। कुछ उप स्वास्थ्य केंद्र तो ऐसे है जो सिर्फ फार्मासिस्ट के सहारे चल रहे है।