Edited By Gourav Chouhan, Updated: 31 Aug, 2022 10:24 PM

शिक्षा निदेशालय ने ऐसे अध्यापकों की सूची जारी कर निदेशालय ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से दस्तावेज मांगे हैं। जांच में अगर कोई दोषी पाया गया तो उसकी नौकरी भी जा सकती है।
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): जम्मू-कश्मीर से डीएड करने के बाद हरियाणा में पीआरटी की नौकरी हासिल करने वाले 19 अध्यापकों की नौकरी खतरे में है। इन सभी पीआरटी की प्रदेश के नौ अलग-अलग जिलों में पोस्टिंग है। शिक्षा निदेशालय ने ऐसे अध्यापकों की सूची जारी कर निदेशालय ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से दस्तावेज मांगे हैं। जांच में अगर कोई दोषी पाया गया तो उसकी नौकरी भी जा सकती है। जांच के दौरान यह पता किया जाएगा कि इन अभ्यार्थियों ने डीएड आवेदन तिथि से पहले पूरी कर ली थी या नहीं।
आवेदन तिथि के बाद आवेदन करने के शक के घेरे में आए 19 पीआरटी
दरअसल हरियाणा सरकार ने वर्ष 2012 में विज्ञापन जारी करके भर्ती निकाली थी। जिसकी आवेदन तिथि आठ दिसंबर 2012 निर्धारित थी। अभ्यर्थियों के लिए 8 दिसंबर 2012 से पहले डीएड करना अनिवार्य किया गया था, लेकिन जम्मू एंड कश्मीर बोर्ड का रिजल्ट देरी से आया। वहीं काफी अभ्यार्थी ऐसे थे, जिन्होंने अपनी उसी डीएड के आधार पर आवेदन कर दिया,जिनका चयन भी हो गया और वह नौकरी लग गए। अब मौलिक शिक्षा निदेशालय ने ऐसे पीआरटी की लिस्ट जारी की है, जिन्होंने जम्मू कश्मीर बोर्ड से डीएड पास की थी।
19 पीआरटी की लिस्ट जारी कर मांगी गई रिपोर्ट
इन सभी पीआरटी के संबंधित जिलों के मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भी लिखा गया है, जिसमें इनके मूल आवेदन फार्म व अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं, ताकि उनकी जांच की जा सके। 2012 भर्ती में ज्वाइन हुए प्रदेश में 19 पीआरटी हैं, जिन्होंने जम्मू एंड कश्मीर बोर्ड से डीएड पास की हुई है। सबसे अधिक पीआरटी अंबाला जिले में तैनात हैं, जिनकी संख्या पांच है। वहीं अन्य जिलों के अध्यापकों की सूची भी तैयार की गई है। फरीदाबाद, पानीपत जिलों में तीन-तीन, कैथल में दो, पंचकूला जिलों में दो, हिसार, रोहतक, सिरसा, मेवात में एक-एक तैनाती की गई है। इन सभी के दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
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