Edited By Isha, Updated: 26 Jul, 2022 05:06 PM

नवीन जयहिंद ने कहा कि उन्होंने इस कावड़ यात्रा का नाम मुख्यमंत्री सद्बुद्धि कावड़ इसलिए रखा था, क्योंकि प्रदेश का हर वर्ग मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नीतियों से परेशान है।
रोहतक(दीपक): मुख्यमंत्री सद्बुद्धि कावड़ यात्रा लेकर हरिद्वार से चले आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद मंगलवार को शिवरात्रि के दिन पहरावर गांव की विवादित जमीन पर पहुंचे और जलाभिषेक के साथ यात्रा का समापन किया। इस मौके पर जयहिंद ने एक बार फिर ऐलान किया कि इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि सरकार पहरावर की जमीन को लेकर अधिसूचना जारी करे या ना करे। हमनें यहां त्रिशूल व फरसा स्थापित कर जमीन पर अपना कब्जा कर लिया है।
पहरावर की जमीन को लेकर पेंच फंसा रही सरकार- नवीन जयहिंद
जयहिंद ने कहा कि गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्था को दी जाने वाली पहरावर गांव की जमीन को लेकर सरकार बरगलाने का प्रयास कर रही है। जिस जमीन का नोटिफिकेशन जारी करने में कोई समय नहीं लगना चाहिए, उसमें तरह-तरह के पेंच फंसाए जा रहे हैं। लेकिन इससे ब्राह्मण समाज को कोई फर्क पड़ेगा। अब सरकार नोटिफिकेशन जारी करें या ना करें, ब्राह्मण समाज ने इस जमीन पर अपना कब्जा कर लिया है और वहां भगवान परशुराम मंदिर की आधारशिला भी रख दी गई है। यही नहीं इस जमीन पर त्रिशूल व फरसा स्थापित कर सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार अब इस जमीन की तरफ देखेगी तो वे कुछ भी कर गुजरेंगे।
बोले मुख्यमंत्री की सद्बुद्धि के लिए हरिद्वार से लेकर आए कावड़
नवीन जयहिंद ने कहा कि उन्होंने इस कावड़ यात्रा का नाम मुख्यमंत्री सद्बुद्धि कावड़ इसलिए रखा था, क्योंकि प्रदेश का हर वर्ग मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नीतियों से परेशान है। ना ही बेरोजगारों को रोजगार मिल रहा है, और ना ही प्रदेश में अपराध कम हो रहा है। उल्टा प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। इसलिए शायद इस कावड़ यात्रा से मुख्यमंत्री को कोई सद्बुद्धि आ जाए और वे प्रदेश की जनता के हित में काम करने लग जाएं।
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