Edited By Gourav Chouhan, Updated: 27 Sep, 2022 08:59 PM

एक तरफ सरकार द्वारा विशेष गिरदावरी के आदेश दिए गए हैं। वहीं सोमवार रात से नुकसान का पता लगाने के लिए ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल लिंक जारी कर दिया गया है।
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा में पांच दिन तक हुई बेमौसमी बरसात से हुए नुकसान के बाद हरकत में आई सरकार ने किसानों से फसल नुकसान के बारे में जानकारी मांगी है। एक तरफ सरकार द्वारा विशेष गिरदावरी के आदेश दिए गए हैं। वहीं सोमवार रात से नुकसान का पता लगाने के लिए ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल लिंक जारी कर दिया गया है।
आठ लाख एकड़ खेत में पानी भरने का अनुमान
बता दें कि हरियाणा में बारिश से आठ लाख एकड़ खेतों में पानी भरने का अनुमान है, जिसे निकालने में दस दिन का समय लगेगा। सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को खेतों से पानी निकालने की हिदायत दी है। फसलों को हुए नुकसान के लिए स्पेशल गिरदावरी शुरू करने के निर्देश भी सरकार की ओर से जारी कर दिए गए हैं। मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर किसान अपने मोबाइल नंबर और परिवार पहचान पत्र से फसल खराब होने के 72 घंटे के भीतर नुकसान की डिटेल भर सकते हैं। इसके बाद पटवारी एक हफ्ते में फील्ड में जाकर नुकसान की जांच करेंगे। पोर्टल पर किसानों को जमीन का खसरा नंबर देने के साथ फसल के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी, जैसे- फसल का बीमा है या नहीं और कितनी एकड़ में फसल कितने प्रतिशत तक खराब हुई है।
पीएम फसल बीमा योजना में शामिल किसानों को नहीं मिलेगा मुआवजा
सरकार ने उन किसानों को इस सुविधा से बाहर रखा है, जिनका प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना और बीज विकास निगम प्रोग्राम में नाम शामिल है। सरकार ने पटवारियों को निर्देश दिए हैं कि पोर्टल पर अपलोड होने वाली डिटेल की फील्ड में जाकर जांच करें। किसानों द्वारा दी गई खराबे की जानकारी और फोटोग्राफी का भौतिक सत्यापन किया जाए। एक सप्ताह में पटवारी अपनी रिपोर्ट फाइल करें। इसके बाद सरकार फसल का नियमों के अनुसार किसानों को मुआवजा देगी।
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